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डीएफसीसी ने 28.53 लाख दिए मुआवजा की राशि

गया। बिहार में विशेष रेल परियोजना को लेकर अधिग्रहित की जा रही जमीन के बदले भू-धारियों को मुआवजा की र

By Edited By: Published: Tue, 28 Jul 2015 08:29 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2015 08:29 PM (IST)
डीएफसीसी ने 28.53 लाख दिए मुआवजा की राशि

गया। बिहार में विशेष रेल परियोजना को लेकर अधिग्रहित की जा रही जमीन के बदले भू-धारियों को मुआवजा की राशि देने का क्रम जारी है। इस क्रम में मंगलवार को जिले के टनकुप्पा, बरसौना तथा नाउआखाप के भू-धारियों के बीच 28 लाख 53 हजार 267 रुपये का चेक भू-धारियों को दिया गया। डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर कारपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड (डीएफसीसीआइएल) के गया प्रभारी परियोजना प्रबंधक अरविंद कुमार ने बताया कि परियोजना के गया कार्यालय द्वारा अर्जित की भूमि के लिए भू-अर्जन कार्यालय में मुआवजा का वितरण किया गया। इस मौके पर भू-अर्जन पदाधिकारी महेन्द्र कुमार भारती, भू-अर्जन कार्यालय अधीक्षक श्याम किशोर प्रसाद, परियोजना के उपमुख्य प्रभारी प्रबंधक (वित्त) सिमुल प्रसाद चौधरी आदि उपस्थित थे। श्री कुमार ने बताया कि टनकुप्पा अंचल के कुल तीन मौजा के कुल 17 रैयतों के बीच मुआवजा की राशि का वितरण किया गया। उन्होंने भू-अर्जन कार्यालय के हवाले से बताया कि जिन रैयतों ने मुआवजा का चेक लेने से मना कर दिया है। या किन्हीं कारणों से नहीं लिया है। उनका पैसा कोर्ट में जमा कर दिया जाएगा। और अधिग्रहित भूमि का कब्जा डीएफसीसी को दे दिया जाएगा। मालूम हो कि डीएफसीसी की उक्त परियोजना के अंतर्गत गया जिले के कई एकड़ बहुफसलीय भूमि व आवासीय भूखंड पर बने कई मकानों का अधिग्रहण होना है। जिसके लिए रेलवे बोर्ड द्वारा समय समय पर 20 ए की नोटिस जारी करते हुए भू-धारियों से उनकी आपत्ति ले ली गई है। जिसमें कई भू-धारी ऐसे हैं जो अपनी जमीन नहीं देने के पक्ष में हैं। कुछ भू-धारी व मकान मालिक पुनर्वास नीति के तहत जमीन की मांग कर चुके हैं। लेकिन अब तक इस मसले पर सरकार की तरफ से कोई भी जवाब भू-धारियों को मिल पाया है।


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