11.75 करोड़ की लागत से बनेगा अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय का भवन
गया। +2 जिला स्कूल परिसर में अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय की स्थापना की गई है। इस महाविद्यालय में 1
गया। +2 जिला स्कूल परिसर में अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय की स्थापना की गई है। इस महाविद्यालय में 100 छात्र-छात्राओ के नामांकन की अनुमति तो मिल गई है, लेकिन इसके पास इतने छात्रों के शिक्षा ग्रहण करने के लिए पर्याप्त भवन, कमरा व कार्यालय तक उपलब्ध नहीं है। ऐसे में राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय का भवन निर्माण के लिए 11.75 करोड़ रुपये आवंटित कर दिया है। राशि आवंटित करने के उपरांत करीब पांच माह पूर्व इस महाविद्यालय के भवन निर्माण के लिए भूमि पूजन का कार्य भी सम्पादित किया गया है। लेकिन भूमि पूजन के बाद भी भवन निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। ऐसे में जब नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई तो शिक्षण कार्य कहां संचालित होंगे। यह सोचनीय प्रश्न है। फिर भी महाविद्यालय की कमान संभाल रही रत्ना घोष का कहना है कि उन्हें नामांकन लेना है। इसकी तैयारी कर रहे हैं। भवन निर्माण कराना मेरे क्षेत्र में नहीं आता है। भवन निर्माण के लिए शैक्षणिक आधार भूत संरचना को दिया गया है। इस कारण से भवन निर्माण की जानकारी इसी विभाग से मिलेगी।
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क्या-क्या बनेगा महाविद्यालय परिसर में
गया : अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय में नामांकन लेने वाले छात्र-छात्राओं को दिक्कत नहीं हो। इस कारण से महाविद्यालय में भवन निर्माण कराने की योजना बनाई गई है। जिला स्कूल के परिसर में महाविद्यालय का भवन बनना है। जिसका क्षेत्रफल करीब 2.50 एकड़ भूमि है। अभी जहां अभी महाविद्यालय का पुराने भवन स्थापित है। वहां पर एक बड़ा प्रशासनिक भवन, क्लास रूम एवं कार्यालय का निर्माण होगा। उस भवन के बगल में जहां स्कूल के चुतर्थ वर्गीय कर्मचारी का आवास एवं साइकिल शेड स्थित है। उसे ध्वस्त कर वहां पर प्राचार्य का आवास का निर्माण होना है। राजकीय उच्च विद्यालय (नवस्थापित) संचालित है। उसके ठीक सामने खंडर नुमा भवन में ब्याज और गर्ल्स होस्टल , मेस तथा पार्किंग स्थल का निर्माण होगा। इस तरह तीन पार्ट में महाविद्यालय के भवन का निर्माण होगा।
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क्या कहते हैं अधिकारी
शैक्षणिक आधार भूत संरचना के अधिकारी राजीव रंजन ने 'जागरण' का बताया कि अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय के भवन निर्माण कराने के लिए छह माह पूर्व विभाग के साथ एग्रीमेंट किए थे। एग्रीमेंट में 5 भवन का निर्माण होना है। जिस पर 11.75 करोड़ रुपये की लागत आएगी। लेकिन यह पांच भवन कौन-कौन से स्थल पर बनेगी। उसका साइड तय नहीं हो सकी है। इस कारण से कार्य शुरू नहीं हो पा रही है। जैसे ही साइड स्पष्ट हो जाएगी। निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा।
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क्या कहते है विद्यालय के प्राचार्य
जिला स्कूल के प्राचार्य रणजीत कुमार का कहना है कि विद्यालय की 2.50 एकड़ जमीन अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय को दी गई है। जो अलग-अलग स्थल पर है। इस भूमि अधिग्रहण में विद्यालय का साइकिल स्टैंड और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी का सरकारी आवास जा रही है। इस कारण से उन्होंने विभाग और महाविद्यालय प्रशासन से एक आग्रह किया है कि विद्यालय की खाली पड़ी जमीन पर चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों को रहने के लिए क्वार्टर और साइकिल स्टैंड का निर्माण कराया जाए।