रची अपने अपहरण की कहानी, दो मित्र गिरफ्तार
गया। अपने मित्रों के साथ अपने अपहरण की कहानी की रचना 15 वर्षीय सत्यम को मंहगा पड़ा। सत्यम ने अपने स्क
गया। अपने मित्रों के साथ अपने अपहरण की कहानी की रचना 15 वर्षीय सत्यम को मंहगा पड़ा। सत्यम ने अपने स्कूल के दो मित्र रंजन व अंकित राज के साथ पांच लाख फिरौती अपने पिता से वसूलने के लिए कहानी गढ़ी। लेकिन गया पुलिस ने 12 घंटे के अंदर सत्यम को खोज निकालने में सफल हो गई। पकड़ा गया अंकित राज का दावा है कि उसकी मां तनूजा देवी जिला परिषद की सदस्य है। वहीं पिता अरूण कुमार जद यू के जिला उपाध्यक्ष है।
एसएसपी मनु महराज ने बताया कि शनिवार की रात नारायण चुंआ मुहल्ले मे रह रहे विनोद कुमार सिंह ने विष्णुपद थाना के एसएचओ सुनील कुमार सिंह को बताया कि उसके पुत्र सत्यम का अपहरण हो गया है। विनोद कोंच थाना के तरारी गांव के स्कूल में शिक्षक है। श्री सिंह को मोबाइल फोन कर अपहरणकर्ताओं ने पाच लाख रुपया की फिरौती की मांग की। एसएसपी श्री महराज के अनुसार टाउन डीएसपी आलोक कुमार सिंह के नेतृत्व में विष्णुपद एसएचओ सुनील सिंह, सिविल लाइंस एसएचओ निहार भूषण व तकनीकि सेल के पुलिसकर्मियों की टीम गठित कर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया। उन्होने आगे कहा कि पुलिस टीम ने फिरौती की मांग को लेकर इस्तेमाल की गई मोबाइल का टावर लोकेशन का पता किया। टावर लोकेशन जैन मंदिर के पास निकला। जिस मोबाइल का इस्तेमाल किया गया था। एक मिस्त्री उक्त नंबर का धारक निकला। जो पूर्व में सत्यम के यहां काम कर चुका था। सत्यम ने फर्जीवाड़ा कर उक्त मिस्त्री के नाम से मोबाइल सीम नंबर ली थी। गया पुलिस के हरकत में आने की सूचना सत्यम व उसके मित्रों को लग गई। सत्यम को वापस घर लौटने की बात कहकर दोनों मित्र वापस अपने घर लौट गए।
एसएसपी श्री महराज के अनुसार बुनियादगंज के एक ईट्ट भट्टा से सत्यम को शनिवार की देर रात पुलिस ने बरामद कर ली। सत्यम ने पुलिस को फिरौती की जब असली कहानी बताई। तब परिजन सहित पुलिसकर्मी हैरान थे। सत्यम ने पुलिस को बताया कि उसने अपने स्कूल के दो छात्र सह मित्रों के साथ छह माह पूर्व से ही अपने पिता से फिरौती वसूलने के लिए योजना बना रखा था। लेकिन मित्रों के इंकार करने से योजना क्रियान्वित नही हो रहा था। सत्यम के अनुसार रमना मुहल्ले के रामनरेश प्रसाद का पुत्र रंजन एवं बाईपास के अरूण कुमार का पुत्र अंकित राज के साथ शनिवार की शाम योजना को अंजाम दिया। सत्यम ने बताया कि अंकित से उसने अपने पिता के मोबाइल पर फोन करवाया। पांच लाख रुपया की मांग की गई। लेकिन गया पुलिस ने योजना को सफल नही होने नही दी।
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बाइक खरीदने की इच्छा नही हुईं पूरी
गया: सिविल लाइंस थाना परिसर में सत्यम, अंकित व रंजन ने बताया कि यदि पांच लाख रुपया मिलता तो सभी उक्त राशि को तीन हिस्से में आपस में बांट लेते। फिर बाइक लेने की योजना थी।
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सत्यम की मां के बुलावे पर गया था
गया: पकड़े गए अंकित राज के पिता अरूण कुमार का कहना है कि सत्यम की मां का फोन शनिवार की शाम आया था। उसने अंकित को अपने घर पर आने को कहा। अंकित उसके बाद सत्यम के घर गया। शनिवार की देर शाम सत्यम वापस घर लौट आया। रविवार की सुबह करीब 7 बजे सत्यम को पुलिस अपने साथ ले गई। श्री कुमार का कहना है कि उसका पुत्र निर्दोष है। वहीं, अंकित की मां सह जिला परिषद सदस्य तनूजा देवी का कहना है कि उनके पति जिला जद यू के उपाध्यक्ष है।
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पिछली कमेटी में थे उपाध्यक्ष
गया: जिला ग्रामीण जद यू के अध्यक्ष अभय कुशवाहा ने बताया कि अरूण कुमार नव गठित कमेटी में उपाध्यक्ष नही है। बतौर श्री कुशवाहा इसी महीने जिला कमेटी पुर्नगठित की गई है। उक्त कमेटी में अरूण कुमार उपाध्यक्ष नही है। श्री कुशवाहा के अनुसार पिछली कमेटी में अरूण कुमार जिला उपाध्यक्ष के पद पर थे। पिछली कमेटी अप्रैल तक मान्य थी।