अब सुमो को भी लगने लगा डर
जागरण संवाददाता, गया: बिहार विधान मंडल में भाजपा के नेता सह पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी
जागरण संवाददाता, गया: बिहार विधान मंडल में भाजपा के नेता सह पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को भी अब डर लगने लगा है। श्री मोदी के शब्दों में मंगलवार को गया ग्रामीण जद यू अध्यक्ष अभय कुशवाहा के घर हुए पार्सल बम विस्फोट की घटना ने स्वयं उन्हें भी डरा दिया है। श्री मोदी ने बताया कि उन्होंने अपने सभी स्टाफ को सख्त निदेश दिया है कि वे बगैर समुचित जांच किए किसी भी पैकेट या लिफाफा को न खोले। पूर्व डिप्टी सीएम श्री मोदी बुधवार को गया अतिथि गृह में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
श्री मोदी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नियंत्रण के बाहर राज्य की विधि-व्यवस्था हो गई है। उन्होंने कई उदाहरण देते हुए आरोप लगाया कि अब कानून व्यवस्था की स्थिति राज्य में बद से बदतर हो गई है। श्री मोदी के अनुसार अकेले गया जिले में ही इसी महीने कई ऐसी घटनाएं घटित हुई। जो बिहार में पहली बार हुई है। उन्होंने बताया कि एक साथ जीटी रोड पर 32 वाहनों का जलाया जाना बिहार में पहली नक्सली घटना है। वहीं, जद यू अध्यक्ष अभय कुशवाहा के घर पार्सल बम विस्फोट की घटना भी पहली बार सूबे में हुई है। घटना ने पूरे बिहार को हिला दिया है। नागरिकों के मन में भय का माहौल है। इसके पूर्व 1 मई को फिरौती के लिए बिहार में पहली बार गया के डा.पंकज कुमार गुप्ता व उनकी पत्नी शुभ्रा गुप्ता का अपहरण हुआ।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री मोदी के अनुसार गया में घटित तीनों आपराधिक व नक्सली घटनाएं सामान्य घटनाएं नही है। बल्कि राज्य की गिरती विधि-व्यवस्था की कहानी कहती है। उन्होंने आगे बताया कि तीन दिन पूर्वं बेगूसराय के एक ठेकेदार का अपहरण कर नवगछिया में हत्या कर दी गई। भागलपुर के जोनल आईजी बच्चू सिंह मीणा ने पुलिस मुख्यालय को जो रिपोर्ट भेजी है। उसमें स्पष्ट है कि पूर्व में कई ऐसी घटनाएं हुई। लेकिन स्थानीय पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नही की। यदि कार्रवाई की गई होती तो ठेकेदार का न तो अपहरण होता और न ही उसकी हत्या हुई होती।
श्री मोदी ने सूबे में गिरती विधि-व्यवस्था को राज्य के विकास के लिए बाधक बताया। उन्होंने कहा कि जब तक पूंजी निवेश करने वाले व्यवसायियों को सुरक्षा का माहौल सरकार उपलब्ध नही कराएगी। तब तक कोई यहां अपनी पूंजी लगाने नही आएगा। श्री मोदी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार बिहार के विकास में बाधक बनी हुई है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार की ओर से गया एवं बिहार के लिए कई योजनाओं को मंजूरी दी गई है। लेकिन राज्य सरकार की हठधर्मिता के कारण विकास योजनाएं त्वरित गति से क्रियान्वित नही हो पा रही है। श्री मोदी ने कहा कि गया-पटना-डोभी सड़क मार्ग को फोर लेन में तब्दील करना है। लेकिन राज्य सरकार किसानों को उनकी जमीन का मुआवजा देने में कछुआ की चाल चल रही है। अभी तक गया, पटना एवं जहानाबाद के आधे से अधिक किसानों को मुआवजा नही मिला है। यही हाल औरंगाबाद से धनबाद के बीच करीब 80 किमी जीटी रोड के सिक्स लेन योजना की है। औरंगाबाद व गया के बीच जीटी रोड के किनारे स्थित जमीन का अधिग्रहण नही हो पाया है। राज्य सरकार की दिलचस्पी सिक्स लेन योजना को समय रहते पूरा कराने की नही है। गया में केन्द्र सरकार ने आईआईएम के लिए भूमि की मांग की है। अभी तक राज्य सरकार की ओर से जमीन विवाद को लेकर कोई हल नही निकाला जा सका है। प्रेस कांफ्रेंस में जिलाध्यक्ष जनैन्द्र कुमार, सांसद हरि मांझी, विधायक डा.प्रेम कुमार, सुरेन्द्र सिन्हा, वीरेन्द्र सिंह, डा.श्यामदेव पासवान, विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह, अनुज कुमार सिंह सहित पार्टी के कई नेता उपस्थित थे।