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गया::::::: आइआइएम के लिए भूखंड आवंटन का मामला लटका

पृष्ठ-5, फोटो-12 जेपीजी में ,लीड सिंडिकेट ने पारित किया मविवि का घाटानुदानित बजट 12 अप्रैल को स

By Edited By: Published: Sun, 29 Mar 2015 06:37 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2015 06:37 PM (IST)
गया::::::: आइआइएम के लिए भूखंड आवंटन का मामला लटका

पृष्ठ-5, फोटो-12 जेपीजी में ,लीड

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सिंडिकेट ने पारित किया मविवि का घाटानुदानित बजट

12 अप्रैल को सीनेट की बैठक

जागरण संवाददाता, बोधगया (गया): मगध विश्वविद्यालय सिंडिकेट की बैठक रविवार को शिक्षा विभाग के सभागार में आयोजित की गयी। बैठक में मविवि वित्तीय वर्ष 2015-16 के घाटानुदानित बजट को पारित किया गया। लेकिन आइआइएम स्थापना के लिए विवि परिसर में भूखंड आवंटन का मामला अधर में लटक गया। बैठक में राज्यपाल नामित सदस्य व राज्य सरकार द्वारा नामित सदस्यों ने आइआइएम स्थापना के लिए भूखंड आवंटन के लिए विवि प्रशासन पर पुरजोर दबाव बनाया। लेकिन राज्यपाल व राज्य सरकार नामित सदस्यों की नहीं चली। इस मसले पर स्थिति ऐसी बनी कि भोजनावकाश के बाद फिर से बैठक बुलाई गयी। और अंत में यह निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार द्वारा तैयार नक्शे के आधार पर मांगी जा रही 119 एकड़ जमीन नहीं दिया जाएगा। इसके लिए विवि परिसर के दक्षिणी छोर में स्थित मानविकी भवन के पीछे के भूखंड का मापी कराकर एक-दो दिन में राज्य सरकार को भेजा जाएगा। इसके पूर्व सिंडिकेट की बैठक में लाए गए 17 अन्य प्रस्तावों को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। केवल आइआइएम के भूखंड का मामला लटक गया। विवि के सीसीडीसी सह बैठक शाखा प्रभारी डा. एस. तिवारी ने बताया कि विवि का वित्तीय वर्ष 2015-16 का बजट 766 करोड़ 98 लाख 10 हजार रुपये का है। इसमें विवि का आय आंतरिक व सरकार मद से 108 करोड़ 75 लाख 63 हजार 780 रुपये है। इस प्रकार कुल 658 करोड़ 22 लाख 46 हजार 966 रुपये का घाटानुदानित बजट को पारित किया गया। उन्होंने कहा कि इस बजट में गत वित्तीय वर्ष की तुलना में 13 प्रतिशत की वृद्धि है। क्योंकि वेतन मद में कटौती और पेंशन मद में वृद्धि है। डा. तिवारी ने बताया कि गत वर्ष वेतन मद में 401 करोड़ 5 लाख 576 रुपया था। जबकि इस वर्ष 393 करोड़ 67 लाख, 21 हजार 659 रुपये का प्रावधान किया गया है। क्योंकि शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी लगातार सेवानिवृत हो रहे हैं। और नयी नियुक्ति नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि पेंशन मद में वृद्धि हुई है। गत वर्ष 186 करोड़ 25 लाख 50 हजार 174 रुपये था। जो इस बार बढ़कर 264 करोड़ 61 लाख 75 हजार 467 रुपया हो गया है। बैठक में पटना स्थित कालेज आफ कामर्स का नाम बदलकर कालेज आफ कामर्स, आर्ट एंड साइंस को पारित कर दिया गया। बैठक में पूर्व विधायक सह सदस्य अवधेश कुमार सिंह, राज्य सरकार नामित सदस्य चन्देश्वर चंद्रवंशी, उषा सिन्हा, नीरज कुमार, उच्च शिक्षा विभाग से डा. एसएम करीमी, कुलपति प्रो. एम. इश्तेयाक, अध्यक्ष छात्र कल्याण डा. सीताराम सिंह, कुलसचिव डा. डीके यादव, विभागाध्यक्ष प्रो. शिवाधार शर्मा, प्रो. सोमनाथ प्रसाद, प्राचार्य डा. बबन सिंह आदि शामिल थे। प्राचार्य डा. बबन सिंह ने कहा कि विवि परिसर में आइआइएम का स्वागत है। लेकिन राज्य सरकार द्वारा तैयार नक्शा के अनुसार भूखंड की मांग से विवि को काफी क्षति होगा। हम भूखंड देने को तैयार हैं। लेकिन अपनी क्षमता को देखते हुए।


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