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जलाशय योजना को तारणहार का इंतजार

संवाद सहयोगी, शेरघाटी (गया) : शेरघाटी प्रखण्ड के पंचरूखिया- बैताल जलाशय योजना का बाध बन जाने से शेरघ

By Edited By: Published: Sat, 20 Dec 2014 11:27 AM (IST)Updated: Sat, 20 Dec 2014 11:27 AM (IST)
जलाशय योजना को तारणहार का इंतजार

संवाद सहयोगी, शेरघाटी (गया) : शेरघाटी प्रखण्ड के पंचरूखिया- बैताल जलाशय योजना का बाध बन जाने से शेरघाटी के तीन पंचायत के लगभग 25 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। सगहा- पंचरूखिया जंगल में पत्थरों से दिवार बनाकर फिलहाल भुजौल एवं बैताल आदि गावों के खेतों तक पानी पहुंचता है। इससे सैकड़ो एकड़ जमीन सिंचित होती। वर्तमान मुखिया मिथलेश सिंह ने बताया कि उक्त जलाशय के विस्तारीकरण के लिए लघु सिंचाई विभाग के इंजीनियर की टीम भी मुआयना कर चुकी है। अभियंताओं का दल ने अवलोकन के बाद बताया कि उक्त जलाशय योजना के बनने से कई रास्ते खुल जाएंगें। एक ओर जहां खेतों की सिंचाई होगी, वहीं दूसरी ओर भाग रहा जल स्तर भी रूकेगा। पहाड़ी क्षेत्रों में पेयजल संकट से मुक्ति मिल सकती है। यही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों से सटे होने के कारण इसे एक अच्छा पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है। पंचरूखिया निवासी कौलेश्वर यादव, भुजौल निवासी अरविन्द प्रसाद, मुनारिक प्रजापत, पूर्व मुखिया विनय कुमार सिन्हा ने कहा कि उक्त पहाड़ से सालों भर पानी का जल स्त्रोत चलता रहता है। इसलिए यहा पनबिजली का कार्य भी विकसीत किया जा सकता है। उपरोक्त ग्रामवासियों ने बताया कि उक्त जलाशय योजना से ग्रामपंचायत श्रीरामपुर, चापी, ढ़ावचिरैंया एवं नगर पंचायत शेरघाटी का कुछ हिस्सा की खेती योग्य भूमी सिंचीत होगी। बताते चलें कि वर्तमान में उक्त जलाशय से ग्राम बैताल केा 6 आना और भूजौल को 10 आना पानी मिलता है। अब यह जलाशय योजना तारणहार का इंतेजार कर रही है।


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