'राज्य सरकार आईआईएम स्थापना के विरोध में'
जागरण संवाददाता, गया: केन्द्र सरकार गया में आईआईएम की स्थापना के लिए राज्य सरकार से करीब 200 एकड़
जागरण संवाददाता, गया: केन्द्र सरकार गया में आईआईएम की स्थापना के लिए राज्य सरकार से करीब 200 एकड़ भूमि की मांग की हैं। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पहल पर जिला प्रशासन की ओर से मगध विश्व विद्यालय परिसर व आसपास भूमि उपलब्ध कराने को लेकर प्रस्ताव केन्द्र सरकार के पास भेजा गया। लेकिन केन्द्र सरकार ने मविवि की भूमि को तकनीकि एवं कई अन्य कारणों से स्थानांतरित करने की वैधता पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
भाजपा के विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह ने इस मुद्दे को सर्वदलीय रुप देने के लिए कई बैठक की। लेकिन भाजपा एवं समर्थक संगठन के नेता व कार्यकर्ता श्री सिंह के बुलावे पर आयोजित बैठकों में शिरकत की। श्री सिंह 'अपना धरोहर, गया शहर' का गठन कर उपरोक्त विषय पर आदोलन की रणनीति तय की। 1974 छात्र आंदोलन के सर्वमान्य नेता रहे व पार्टी के वरिष्ठ नेता अखौरी निरंजन प्रसाद व बजरंग दल व विहिप नेता मणि लाल बारिक को सह संयोजक बनाया गया।
आजाद पार्क से शनिवार को मांग के समर्थन में रैली निकाली गई। समाहरणालय के पास रैली सभा में तब्दील हो गई। वक्ताओं ने सीएम एवं यूपीए को निशाना पर लेते हुए आरोप लगाया कि एक साजिश के तहत रक्षा मंत्रालय की भूमि को आईआईएम को स्थानांतरित करने का प्रस्ताव जिला प्रशासन राज्य सरकार के इशारे पर नही कर रहा हैं। राज्य सरकार पर दबाव बनाने के लिए 27 नवंबर को टिकारी के दरियापुर के पास राज्य पथ को जाम करने की घोषणा की गई। विधायक डा.प्रेम कुमार व सुरेन्द्र सिन्हा के अलावे ललिता सिंह, राजीव कुमार कन्हैया, अजय कुमार तन्य, मन्नंजय सिंह, धनराज शर्मा, डा.रुपेश कुमार, सीताराम यादव युगेश कुमार, सरयू ठाकुर सहित कई नेताओं ने सभा स्थल से नागरिकों को संबोधित किया।