नारियल 20 और फल 40 लाख रुपये
संवाद सहयोगी (गया नगर) : लोक आस्था एवं विश्वास का महान पर्व छठ पर लोगों ने दिल खोलकर फलों की खरीदारी
संवाद सहयोगी (गया नगर) : लोक आस्था एवं विश्वास का महान पर्व छठ पर लोगों ने दिल खोलकर फलों की खरीदारी की है। यह पर्व प्राय: घरों में मनाई जाती है। जिनके घरों में छठ पर्व आयोजित हुई है। वैसे लोगों ने फलों की खरीदारी की। इसके अलावे जिनके घरों में छठ पर्व नहीं हुआ। वैसे लोगों ने छठव्रतियों के बीच फलों का वितरण करने के लिए खरीदारी की। सनातन धर्म के मानने वाले लोगों ने जमकर फलो की खरीदारी की और उसका वितरण किया।
फलों का एक मात्र मंडी केदारनाथ मार्केट है। जहां क्रेता और विक्रेता दोनों फलों की खरीदारी करते है। यहां से ग्रामीण इलाके के दुकानदार फलों की खरीदारी कर बेचने के लिए ले जाते हैं। फलों के क्रय करने का सिलसिला छठ पर्व के नहाय-खाय से ही शुरू हो गया था। जो बुधवार तक चलता रहा है। यहां की मंडी में सबसे महंगा केला बिका है। इस बार केला 600 रुपये कांधी तक जा पहुंचा। कुछ विक्रेता बताते है कि करीब 300 ट्रक केला मंगाया गया था। जो लगभग बिक चुका है। उसी तरह सेब भी 150 ट्रक आया था। अमरूद, सकरकंद, खीरा, गाजर, ईख, संतरा, सरीफा सहित अन्य फलों के बिक्री का कोई अंदाजा नहीं है। इस तरह देखा जाए तो तीन दिनों तक फलों का बाजार बूम रहा। यहां बिके फलों का अनुमान लगाना मुश्किल नहीं नामुकीन है। फिर भी कुछ फल विक्रेता कहते है कि तीन दिनों में 40 से 50 लाख रुपये फलों की बिक्री का अनुमान है। दुकानदार कहते है कि छठ पर्व को लेकर फलों के दामों में काफी उछाल आया था। शायद ही नहीं उम्मीद भी है कि शुक्रवार से फलों के दाम में गिरावट दर्ज की जाएगी।
वहीं दूसरी छठ पर्व नारियल की बहुत अधिक बिक्री हुई है। छठ व्रती के प्रत्येक सूप पर दो से तीन नारियल होता है। इस कारण से लाखों ने छठ का व्रत किया था। यहां के मंडी में करीब 150 ट्रक नारियल मंगाए गए थे। जिसका बिक्री हुआ है। इस तरह देखा जाए तो 20 लाख रुपये का नारियल बिक्री का अनुमान लगाया गया है।