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लाखों लोगों ने उदयीमान सूर्य को दिया अ‌र्घ्य

संवाद सहयोगी (गया नगर) : लोक आस्था का सबसे बड़ा छठ पर्व पर गुरुवार को शहर के विभिन्न घाट पर लाखों लोग

By Edited By: Published: Thu, 30 Oct 2014 07:52 PM (IST)Updated: Thu, 30 Oct 2014 07:52 PM (IST)

संवाद सहयोगी (गया नगर) : लोक आस्था का सबसे बड़ा छठ पर्व पर गुरुवार को शहर के विभिन्न घाट पर लाखों लोगों ने उदयीमान सूर्य को अ‌र्घ्य दिया। अ‌र्घ्य अर्पित करने के लिए छठव्रती अपने-अपने घरों से घाट पहुंचने के लिए अल सुबह निकले। देखते ही देखते घाटों पर भीड़ उमड़ पड़ी। घाट पर जहां नजरें जाती है। वहां तक आमजन से पूरा घाट पटा हुआ था।

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शहर के रामशिला घाट, बिंदेश्वरी घाट, सिढि़यां घाट, महादेव घाट, पितामहेश्वर घाट, उत्तर मानस तालाब, देवघाट, केंदूई आदि घाट पर छठव्रतियों एवं सनातन धर्म के मानने वाले लोगों ने समर्पण भाव से भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य दिया। इन घाटों पर पहुंचने के लिए काफी संख्या में महिला, पुरुष एवं बच्चे शहर के प्रमुख मार्ग को अपना रास्ता बनाया। ताकि आसानी से इन घाटों पर पहुंचा जा सके। घाट पहुंचने पर छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं को सबसे ज्यादा परेशानी गंदगी और पानी कम रहने के कारण हुई। घाट के तट पर पानी कम होने के कारण परेशानी झेलनी पड़ी। स्थानीय लोगों के सहयोग से कई घाट पर कुंड बनाए गए थे। लेकिन कुंड छव्रतियों की संख्या को देखते हुए पर्याप्त नहीं था। मजबूरन लोगों को स्वयं कुंड खोदकर नदी में अ‌र्घ्य देना पड़ा। कई घाट पर छठव्रतियों को नाली के पानी से होकर गुजरना पड़ा। ऐसे में प्रशासनिक व्यवस्था पर प्रश्न चिह्न खड़ा हो गया है।

इससे पूर्व अस्ताचल सूर्य को लोगों ने शहर के प्रमुख सूर्यकूंड तालाब सहित अन्य घाटों पर अ‌र्घ्य देने के लिए पहुंचे। यहां भी काफी भीड़ देखने को मिला। इन सभी घाट पर प्रशासनिक अधिकारी, जवान एवं स्थानीय संगठनों द्वारा समर्पित भाव से जुटे रहे। लोगों की मुस्तैदी के कारण छठ पर्व शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो गया।


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