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त्रासदी से निपटने को रक्सौल में विशेष मंत्री, डीएम व एसपी तैनात

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि भारत-नेपाल के बीच मैत्री संबंध है। दोनों देशों में बेटी-रोटी का रिश्ता है। नेपाल में भूकंप से मची तबाही से निपटने के लिए सामाजिक स्तर पर भी प्रयास करने होंगे।

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Tue, 28 Apr 2015 09:02 PM (IST)Updated: Tue, 28 Apr 2015 11:27 PM (IST)
त्रासदी से निपटने को रक्सौल में विशेष मंत्री, डीएम व एसपी तैनात

पूर्वी चंपारण। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि नेपाल की त्रासदी भारी है। पीडि़तों की मदद हमारी प्राथमिकता है। संकट से निपटने के लिए बुधवार से रक्सौल में विशेष प्रभारी मंत्री के रूप में सूबे के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी कैंप करेंगे। जबकि, मोतिहारी में विशेष डीएम के तौर पर श्रीधर सी और एसएसपी निशांत तिवारी काम करेंगे। श्रीधर सी आ चुके हैैं। अन्य लोग बुधवार तक पहुंच जाएंगे।

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मुख्यमंत्री मंगलवार की देर शाम भारत-नेपाल सीमा पर स्थित रक्सौल के हजारीमल उच्च विद्यालय के राहत शिविर में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नेपाल की स्थिति काफी भयावह है। वहां के लोगों की मदद के लिए भारत सरकार पहले दिन से काम कर रही है। राज्य सरकार भी उसी दिन से राहत पहुंचाने में लगी है। हमने दो दिन पूर्व रक्सौल में राहत कैंप लगाने का फैसला लिया था, जो काम कर रहा है। एसएसबी ने भी कैंप लगाया है। जरूरी है कि इन दोनों के बीच समन्वय हो। ताकि, नेपाल से रक्सौल के रास्ते लौट रहे विभिन्न प्रदेशों व विदेश नागरिकों को परेशानी न हो। हमने यहां सरकार के मुख्य सचिव, डीजीपी, वीरगंज (नेपाल) स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास के अधिकारियों, एसएसबी, रेल समेत सभी संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की है। स्वयं एसएसबी कैंप का निरीक्षण कर रहा हूं। अधिकारियों की टीम के साथ फिर राहत व बचाव कार्य को लेकर समन्वय बैठक होगी। इसमें राज्य सरकार के अधिकारी राहत कार्य का खाका खींच देंगे। तत्काल राज्य सरकार नेपाल में राहत सामग्री भेज रही है। रक्सौल सड़क मार्ग से काठमांडू तक पहुंचने का सबसे महत्वपूर्ण प्वाइंट है। हम किसी भी स्थिति में राहत की कमी नहीं होने देंगे। इसका पर्याप्त इंतजाम किया गया है। राहत सामग्र्री को काठमांडू तक पहुंचाना अहम है। हम इसे कितनी जल्द पीडि़तों तक पहुंचा सकें, इसकी कवायद चल रही है। मंगलवार की रात तक इसका फैसला हो जाएगा। बुधवार से राहत कार्य में और तेजी आ जाएगी। भारी संख्या में लोग नेपाल से रक्सौल के रास्ते अपने घरों को लौटे हैैं। अधिकारियों को कहा गया है कि वे एक-एक व्यक्ति पर नजर रखें। किसी को कोई परेशानी न हो। खास तौर पर दूसरे देश से आनेवाले लोगों को। राज्य सरकार तत्काल चूड़ा, चीनी, नमक, मोमबती व बोतल बंद पानी नेपाल भेज रही है। सीएम ने कहा कि हमारी योजना है कि पाउडरवाला दूध भी भेजें। ताकि, बच्चों की भूख को मिटाया जा सके। बैठक में मुख्य सचिव अंजनी सिंह, पुलिस महानिदेशक पी. के. ठाकुर, वीरगंज स्थित भारतीय महावाणिज्य दूत अंजू रंजन, विशेष डीएम श्रीधर सी आदि थे। इससे पूर्व देर शाम यहां पहुंचे सीएम ने राहत शिविर का जायजा लिया और पीडि़तों का हाल जाना। इस दौरान अधिकारियों व राजनेताओं से कहा कि भारत-नेपाल के बीच बेटी-रोटी का रिश्ता है। तबाही से निपटने के लिए सामाजिक स्तर पर भी प्रयास जरूरी है।


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