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शिक्षकों की तरह हो उनका आचरण

मोतिहारी। शिक्षक दिवस का दिन शिक्षा जगत में विशेष स्थान रखता है। खासकर शिक्षकों के लिए यह दिन विशेष

By Edited By: Published: Wed, 31 Aug 2016 10:43 PM (IST)Updated: Wed, 31 Aug 2016 10:43 PM (IST)
शिक्षकों की तरह हो उनका  आचरण

मोतिहारी। शिक्षक दिवस का दिन शिक्षा जगत में विशेष स्थान रखता है। खासकर शिक्षकों के लिए यह दिन विशेष होता है। समय के साथ-साथ उनके प्रति आदर में कमी आई है। बावजूद इसके उनकी अहमियत से सभी वाकिफ हैं। शिक्षा का विकास करना है तो यह शिक्षकों के् बगैर संभव नहीं हो सकता है। शिक्षक दिवस पर शिक्षकों ने अपनी बातें रखी हैं। प्रस्तुत हैं उनके विचार।

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- गोपाल साह प्लस टू स्कूल के प्रधानाध्यापक मदन प्रसाद ने कहा कि शिक्षकों का व्यवहार बेहतर हो। शिक्षकों द्वारा ज्ञान बांटने का काम बच्चों के बीच किया जाता है। ज्ञानरूपी दीप के आधार पर ही बच्चों का भविष्य बेहतर होता है। शिक्षक दिवस के दिन शिक्षक संकल्प लें कि वे बेहतर समाज निर्माण की दिशा में अपनी भूमिका निभाएंगे।

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- गोपाल साह प्लस टू स्कूल के शिक्षक विजय कुमार ¨सह ने कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन की इच्छा के अनुरूप व्यवहार में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को लेकर जो स्वस्थ्य व स्वच्छ उपयोग की भावना थी वह समाज व सरकार के हिसाब से आज नहीं रह गई है।

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- रंजना बनर्जी ने कहा कि शिक्षक दिवस का दिन बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। शिक्षकों का आचरण शिक्षकों की तरह होना चाहिए। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि बच्चों को शिक्षा का ज्ञान सही से दें, ताकि बच्चों व समाज को हमसे फायदा मिले।

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- ऊषा किरण सिन्हा ने कहा कि शिक्षक दिवस को लेकर शिक्षकों में हर्ष होता है। इस दिन बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया जाए। शिक्षकों का फर्ज होता है कि बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दें। शिक्षक दिवस मनाने से उनका सम्मान बढ़ता है।

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- शारदा कुमारी ने कहा कि शिक्षकों को राधाकृष्णन जैसा बनने की कोशिश करनी चाहिए। अपने कर्तव्यों का पालन शिक्षक सही से करें। बच्चों को बेहतर शिक्षा का ज्ञान बांटे। ऐसा होने पर बेहतर समाज का निर्माण संभव है।

हमें गर्व है अपने गुरु पर : अमूल्य होते हैं गुरु

- क्या कहते हैं छात्र-छात्राएं

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- रेशु खेमका ने कहा कि गुरु अमूल्य होते हैं। गुरु को बहुत कम लोग ही समझ पाते हैं और जो समझ लेगा वह आगे चलकर बहुत तरक्की करेगा।

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- निधि कुमारी ने कहा कि गुरु पढ़ाते हैं। समझाते हैं। यह नहीं सोचते कि चैप्टर ही मात्र पढ़ाना है। बाहरी ज्ञान भी देते हैं।

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- शाहीन प्रवीण ने कहा कि गुरु का महत्व आज है। विद्या के आधार पर ही अंधेरे घर में उजाला आ सकता है। बिना गुरु के यह संभव नहीं है।

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- सुप्रिया सिन्हा ने कहा कि गुरु द्वारा बच्चों को पढ़ाया जाता है। उनके मार्गदर्शन में बच्चों का भविष्य बनता है। गुरु का सभी बच्चों को सम्मान करना चाहिए।

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- नौसाद खान ने कहा कि गुरु द्वारा दी गई शिक्षा के आधार पर ही हमारे अंदर ज्ञान भरता है। इसी आधार पर कोई डॉक्टर बनता है तो कोई इंजीनियर।

शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक करें विशिष्ट योगदान : बाबूलाल

क्या कहते हैं राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक -

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राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक बाबूलाल झा ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते हैं। उन्हें विशिष्ट कार्यों पर राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक सम्मानित किया जाता है। शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक विशिष्ट योगदान करें। वर्तमान शिक्षा व्यवस्था काफी कमजोर हो चुकी है। विद्यालयों म ं पढ़ाई का माहौल नहीं रह गया है। इसका कारण आधारभूत संरचना का अभाव है। वर्ष 2000 में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित श्री झा अभी शैक्षणिक गतिविधियों में सक्रिय रहते हैं। उन्होंने शैक्षणिक स्तरीय कई राष्ट्रीय कार्यशाला में भाग लिया।

शिक्षा का ज्ञान बांटने में लगी हैं अवकाश प्राप्त शिक्षिका डॉ. सावित्री

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शहर के बंगला मध्य विद्यालय में अवकाश प्राप्त शिक्षिका डॉ. सावित्री राय शिक्षा का ज्ञान बांटने में लगी हुई हैं। लखौरा के बसबीटा मध्य विद्यालय से वर्ष 2013 में रिटायर होने के बाद भी शिक्षा के विकास से अपने को दूर नहीं रख सकीं। पूछने पर कहा- पढ़ाने को लेकर आत्मीय सोच थी। बस इसी का नतीजा है कि बच्चों को पढाने में लगी हुई हैं। ऐसा नहीं है कि पढ़ाने के एवज में राशि प्राप्त करती हैं। वे नि:शुल्क ज्ञान बांट रही हैं। कहा कि विद्या दान से आत्मिक संतुष्टी मिलती है। यह अनवरत चलता रहेगा। श्री त्रिपुरेश्वर राय की पत्नी श्रीमती राय ऐसे समय में वह विद्यालय में पढ़ा रही है जब यहां पर शिक्षकों की कमी है। विद्यालय में मात्र तीन शिक्षक हैं। एक प्रतिनियुक्ति पर हैं। एक शिक्षक इस वर्ष के अंत में रिटायर होने वाले में हैं। वह सभी विषयों को पढ़ाने का काम करती हैं। उनके सहयोग से शिक्षकों की कमी के बीच बच्चों को शिक्षा उपलब्ध हो रही है।

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