गंडक दियारा पानी से लबालब, बांध पर ली शरण
नेपाल द्वारा मगंलवार को छोड़ा गया पानी गंडक नदी में आने लगा है। इससे क्षेत्र के दियारा इलाकों के साथ-साथ अन्य भागों में भी बाढ़ का पानी काफी तेजी से प्रवेश करने लगा है। नदी का जलस्तर बढ़ने से लोग दहशत में हैं।
मोतिहारी। नेपाल द्वारा मगंलवार को छोड़ा गया पानी गंडक नदी में आने लगा है। इससे क्षेत्र के दियारा इलाकों के साथ-साथ अन्य भागों में भी बाढ़ का पानी काफी तेजी से प्रवेश करने लगा है। नदी का जलस्तर बढ़ने से लोग दहशत में हैं। चंपारण तटबंध के अंदर के इलाके के लोगों को प्रशासन ने खाली करा सुरक्षित स्थलों की ओर भेज दिया है। सरेया बदुराहा स्थित सरेया टोला कमला मिश्र उमवि को क्षेत्र में सुरक्षित स्थल के रूप में चयनित किया गया है। वहां आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका समेत अन्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। पूरे क्षेत्र में बांध किनारे बसे लोगों को वाहनों से प्रचार कर सुरक्षित स्थल पर जाने को कहा जा रहा है। गंडक नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है। तटबंधों व स्लुईस गेट की सुरक्षा के लिए होमगार्ड के जवानों को लगाया गया है। क्षेत्र के डुमरिया बगही के समीप बांध पर पानी का दबाव काफी बढ़ रहा है। आसपास के ग्रामीण अनहोनी के भय से भयभीत हैं। कई लोग बांध पर प्लास्टिक तान मवेशियों के साथ शरण ले लिया है। प्रशासनिक अधिकारी लगातार बांधों का निरीक्षण कर रहे हैं। बाढ़ से प्रभावित गांव डुमरिया, पकड़ी, बगही, सरेया, बदुराहा, दुबौली, हुसैनी व मंगलपुर है। सरकारी स्तर पर बाढ़ पीड़ितों के बीच अभी तक कोई भी राहत सामग्री का वितरण नहीं किया गया ह , जिससे ग्रामीण आक्रोशित हैं। राजमार्ग 28 से बदुराहा तक जाने वाले गाइड बांध काफी क्षतिग्रस्त है, हालांकि प्रशाशन द्वारा टूटे हुए जगहों पर बालू भरी बोरियों की भराई कराई जा रही है।
का करी साहेब कुछ खायला भेंटते नईखे
संग्रामपुर सस: Þखाली बाड़का साहेब लोग के लामा-लामा गाड़िये दउर ता, हमनी के खायला आ पियेला कुछ भेंटते नईखेÞ बाढ़ पीड़ितों की भीड़ से किसी ने अधिकारियों के आने के बाद कही। संग्रामपुर में गंडक तटीय क्षेत्रों में बाढ़ आने के पांच दिन बाद भी सरकार और जनप्रतिनिधियों द्वारा जब कोई भी सहायता उपलब्ध नहीं कराई गई तो पीड़ितों का धैर्य जवाब देने लगा है। अपने बसेरे को छोड़ बाँध और दूसरे की खेतों और घरों में शरण लेने वाले पीड़ित लोग सरकारी नौटंक देख क्षुब्ध दिखाई दिए। एक तरफ बने बनाये घर के बर्बाद होने की ¨चता तो दूसरी तरफ अपने घर की महिलाओं और बच्चों को भूख से तड़पते देख उनकी पीड़ा और बढ़ जा रही है। इस संबंध में जिला पार्षद इम्तेयाज अहमद खान ने बताया कि सरकारी स्तर पर लोगों को आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिला है।
बाढ़ पूर्व तैयारी सह समीक्षा बैठक संपन्न
चकिया : प्रखंड परिसर स्थित ट्राइसम भवन में बुधवार को सामाजिक शोध व विकास केंद्र के तत्वाधान में बाढ़ पूर्व तैयारी सह समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता अंचलाधिकारी दीपक कुमार ने की। यूनिसेफ के सहयोग से चल रहे समुदाय आधारित आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीओ श्री कुमार ने कहा कि समुदाय, सरकार व जनप्रतिनिधि एक साथ मिलकर आपदा न्यूनीकरण की दिशा में काम करेंगे तो बाढ़, भूकंप व अगलगी को आपदा का रूप धारण नहीं करने देंगे। कार्यक्रम में स्थानीय स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग, बाल विकास परियोजना व पेयजल विभाग के प्रतिनिधियों ने बाढ़ पूर्व तैयारी की विस्तृत जानकारी दी। संस्था के अध्यक्ष अमर ने अपने सम्बोधन में सभी जनप्रतिनिधियों, विकास मित्र, किसान सलाहकारों व अन्य विभागीय प्रतिनिधियों से आपदा को ध्यान में रखकर योजना बनाने की सलाह दी। कार्यक्रम में सीबीडीआरआर के जिला समन्वयक संदीप कौशल, मुखिया नागेन्द्र ¨सह, राजकिशोर पासवान, जमशेद आलम, संजय सहनी, राजेश कुमार ¨सह, आरती देवी, चंद्रभूषण ¨सह के अलावे ज्ञान्ति देवी, अनीता देवी, सुनैना देवी, कविता कुमारी समेत अन्य मौजूद थीं। कार्यक्रम का संचालन हामिद रजा ने किया।
डीएम व एसपी ने किया गंडक तटवर्ती क्षेत्रों का निरीक्षण
अरेराज, संस : गंडक नदी में बढ़ रहे जलस्तर की सूचना पर मंगलवार की देर रात्रि जिला पदाधिकारी अनुपम कुमार व पुलिस कप्तान जितेंद्र राणा समेत पदाधिकारियों की टीम ने गंडकतटवर्ती गावों का दौरा किया। ग्रामीणों से मिलकर बाढ़ के बाद होने वाली परेशानी से अवगत हुए। एसडीओ विजय कुमार पाण्डेय ने बताया की बाल्मीकिनगर बराज द्वारा अधिक पानी छोड़ने की सूचना को लेकर मंगलवार की देर रात्रि डीएम व एसपी ने नवादा, पुछरिया, इजरा सहित गावों का दौरा किया। नवादा अहीरटोली में ग्रामीणों से मिलकर पानी बढने के पूर्व प्रशासन द्वारा चिन्हित स्थानों पर जाने की अपील की। तटबंध का रास्ता हमेशा चालू रखने का निर्देश दिया गया।
कटाव का लेंगे जायजा
सुगौली : सिकरहना नदी के किनारे बसे प्रखंड के लक्ष्मीपुर, कोना गांव के लोगों ने नदी से कटाव से बचने हेतु पंसस एकराम हुसैन की अध्यक्षता में बैठक हुई। गांव के लोग अगल-अलग समय नदी के किनारे बैठकर कटाव का जायजा लेंगे। बैठक में सज्जाद मियां, अब्बास मियां, जकीर मियां, हसनैन मियां, सलीम मियां, अख्तर मियां, मौलाना साहेब समेत कई लोग मौजूद थे।
केसरिया में गहराया बाढ़ का संकट, डीएम-एसपी ने किया दौरा
केसरिया, संस : केसरिया प्रखंड के गंडक तटवर्ती इलाकों में बाढ़ का संकट गहराने लगा है। करीब आधे दर्जन गांवों में नदी का पानी फैल चुका है। घरों के चारों ओर पानी का फैलाव है। आवगमन भी बाधित हो गया है। मंगलवार की देर रात जिलाधिकारी अनुपम कुमार व पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र राणा ने मौके पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया। डीएम ने अधीनस्थ पदाधिकारियों को स्थिति पर कड़ी नजर रखने की हिदायत देते हुए लोगों को जलग्रहण क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाने को कहा। ढेकहां गांव के समीप चम्पारण तटबंध का मुआयना करते हुए पदाधिकारी द्वय ने जनप्रतिनिधियों से भी बातचीत की। मौके पर एसडीओ चकिया चित्रगुप्त कुमार, डीसीएलआर आशीष नारायण व अंचलाधिकारी नरेन्द्र कुमार भी उपस्थित थे। यहां बता दें कि केसरिया प्रखंड के ढेकहां, मझरिया, मुजवनिया, कढ़ान, सुंदरापुर गांव में गंडक का पानी फैल चुका है। केसरिया सीओ ने बताया कि जलग्रहण क्षेत्र से निकाल कर लोगों के रहने के लिए समीपवर्ती तीन विद्यालयों को खाली कराया गया है। फिलहाल आवागमन के लिए सरकारी स्तर पर दस नाव की व्यवस्था कर दी गई है।
सीएस ने किया बाढ़ कैम्प का मुआयना केसरिया, संस : सिविज सर्जन डॉ. प्रशांत कुमार ने बुधवार को केसरिया के बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा चिकित्सीय व्यवस्था का जायजा लिया। इस क्रम में उन्होंने उन शिविरों का भी मुआयना किया जहां लोगों को फिलहाल शिफ्ट किया जा रहा है। उन्होंने पीएचसी प्रभारी डॉ. परमेश्वर ओझा को निर्देश दिया कि कैम्प में मेडिकल स्टाफ की प्रतिनियुक्ति की जाए तथा दवा की उपलब्धता भी सुनिश्चित हो। कैम्पों में ब्ली¨चग पाउडर के छिड़काव से लेकर अन्य कई जरुरी निर्देश दिए गए। सीएस ने गर्भवती, प्रसूति, बुजुर्ग, बीमार आदि को चिन्हित करने का भी निर्देश दिया ताकि समय से चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। एम्बुलेंस का नंबर भी सार्वजनिक करने को कहा गया। मौके पर अंचलाधिकारी नरेन्द्र कुमार, प्रखंड प्रमुख राकेश ¨सह, पंसस विपुल कुमार आदि उपस्थित थे।
बाढ़ को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी चौकन्ना
जासं, मोतिहारी : अरेराज, केसरिया, संग्रामपुर, मलाही आदि प्रखंडों में बाढ़ को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी कमर कस ली है। सिविल सर्जन डॉ. प्रशांत कुमार ने संबंधित पीएचसी प्रभारियों के साथ बैठक कर बाढ़ की स्थित में जल जनित बीमारियों से बचाव को लेकर आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। इस संबंध में सीएस ने बताया कि सभी प्रखंडों में बाढ़ व महामारी को लेकर चिकित्सा टीम गठित कर दी गई है। निर्देश दिया गया है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में खासकर शरणस्थली को चिन्हित कर वहां ब्ली¨चग पाउडर का छिड़काव किया जाए। लोगों को शुद्ध पेयजल पीने व ताजा भोजन करने की सलाह दी जाए। प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाए। चिकित्सक दल का भ्रमण सुनिश्चित किया जाए। चिकित्सा सुविधा आवश्यकतानुसार तुरंत उपलब्ध करा जाए। खासकर नवजात शिशु, गर्भवती स्त्रियों, बुजुर्गों व बीमार व्यक्तियों पर विषेष ध्यान दिया जाए। सभी पीएचसी को आवश्यक दवाइयां उपलब्ध करा दी गई हैं। बावजूद इसके विशेष परिस्थिति में 15 हजार रुपये की दवा की खरीददारी की अनुमति भी दे दी गई है। यह खरीदारी एक ही बार की जा सकती है।