गर्भाशय कांड : अब कार्ड बनानेवाली एजेंसी संचालक से होगी पूछताछ
मोतिहारी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत जिले में गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर कर रहे लोगों के
मोतिहारी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत जिले में गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर कर रहे लोगों के गर्भाशय सर्जरी के दौरान की गई गड़बड़ी के मामले में पुलिस जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। इस मामले से जुड़े हर व्यक्ति से पूछताछ की जानी है। पुलिस पड़ताल के दौरान अब इस मामले में कार्ड बनानेवाली एजेंसी के प्रभंधक व अन्य से भी पूछताछ की जाएगी। बताया गया है कि जिले में उक्त योजना के तहत चयनित लोगों के लिए इलाज संबंधी कार्ड तीन अलग-अलग एजेंसियों ने बनाया है। इसमें चोला मंगलम, रॉयल सुंदरम व यूनाइटेड इंडिया का नाम शामिल है। मामले के जांचकर्ता ने चौला मंगलम व रॉयल सुंदरम नामक कंपनी के स्थानीय प्रतिनिधि से संपर्क स्थापित कर कुछ कार्डधारी लोगों का डाटा लिया है। जिसके बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है। डाटा के अनुसार लोगों के नाम व पते का भी सत्यापन किया जा रहा है। पता यह लगाया जा रहा है कि जिन लोगों के ऑपरेशन में गड़बड़ी किए जाने का मामला नगर थाने में दर्ज किया गया है। उस लाभार्थी का कार्ड किस कंपनी ने बनाया है और कहीं कार्ड बनाने में तो किसी स्तर पर चूक या गड़बड़ी नहीं की गई है।
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के कार्यालय से दस्तावेज मिलने का इंतजार
मामले की जांच के दौरान पुलिस को दस्तावेजों की जरूरत है। गर्भाशय सर्जरी को लेकर दर्ज कराए गए मामले में जिन नर्सिंग होम का नाम है। वहां इलाज करानेवाले मरीजों की विस्तृत विवरणी भी पुलिस को चाहिए। इसके लिए कांड के जांचकर्ता ने सदर अस्पताल स्थित अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के कार्यालय से संपर्क स्थापित किया है। लेकिन, प्राथमिकी के चार दिनों बाद तक पुलिस को मरीजों की सूची नहीं मिली है।
एक नजर मामले पर
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर कर रहे लोगों के इलाज में गड़बड़ी किए जाने को लेकर नगर थाने में सदर अस्पताल के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा. श्यामलाल दास ने कांड संख्या 277/16 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस को दिए आवेदन में उन्होंने कहा था राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत शहर के सात नर्सिंग होम में की गई गर्भाशय सर्जरी के दौरान अनियमितता बरती गई। धोखाधड़ी की गई। इस मामले में शहर के कुल सात नर्सिंग होम को आरोपित किया गया है। जिनमें एमएम नर्सिंग होम, गोपालपुर, भवानी नर्सिंग होम अगरवा, वात्सल्य नर्सिंग होम, गोपालपुर, समीमा हेल्थ सेंटर, मोतिहारी, सुश्रुत सेवा केंद्र, हास्पीटल चौक, मोतिहारी, मां नर्सिंग होम, श्रीकृष्णनगर, मोतिहारी एवं आस्था नर्सिंग होम, गोपालपुर मोतिहारी का नाम शामिल है। इस मामले के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बैठक हुई है। बैठक में चिकित्सकों ने इस निर्णय को जल्दबाजी में लिया गया निर्णय बताया है।