केसरिया बालम पधारो म्हारो देश ..
मोतिहारी। सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध मोतिहारी के सांस्कृतिक मंच पर शुक्रवार को देश की विभ
मोतिहारी। सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध मोतिहारी के सांस्कृतिक मंच पर शुक्रवार को देश की विभिन्न राज्यों की सभ्यता दिखी। मोतिहारी के एमएस कालेज में पहली बार आयोजित एनसीसी के राष्ट्रीय एकता शिविर (एनआईसी) में शामिल विभिन्न राज्यों के छात्र-छात्राएं कैडेटों ने अपने-अपने राज्यों की सभ्यता व संस्कृति का दीदार कराया। गुरूवार की संध्या सभी एनसीसी निदेशालय के कैडेटों ने इंटर निदेशालय गीत प्रतियोगिता में भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान एक से एक गीतों की प्रस्तुतियां कर कैडेटों ने मन मोह लिया। राजस्थान के कैडेटों ने- केसरिया बालम पधारो म्हारो देश..गीत प्रस्तुत कर देश की संस्कृति को गौरवान्वित किया। इसके अलावा राजस्थान के कैडेटों ने अपने राज्यों की लोक गीत की प्रस्तुत की। उत्तराखंड के कैडेटों ने- धरती हमारा गढ़वाल.. लोकगीत प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता के दौरान आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, केरल-लक्षदीप, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, नार्थ ईस्ट, उड़ीसा, पंजाब के कैडेटों ने अपने-अपने राज्यों के लोकगीतों की रंगारंग व मनलुभावन गीतों की प्रस्तुति की। प्रस्तुतियां ऐसी कि प्रशाल में मौजूद सभी पदाधिकारियों व कैडेटों का मन मोह लिया। विभिन्न लोकगीतों की प्रस्तुतियों का उत्साह ऐसा रहा कि देर तक तालियां बजती रही। चेहरे पर खुशी के भाव दिख रहे थे। आखिर सभी राज्यों के कैडेट विभिन्न लोक परंपराओं से रूबरू हो रहे थे। सभी राज्यों के कैडेट पारपंरिक परिधानों में थे। परिधानों से सुसज्जित कैडेटों में राज्यों की तस्वीर दिख रही थी। कैडेटों ने पूरी भारतीय संस्कृति में निहित विविधताओं का दिग्दर्शन कराया। देश के विभिन्न प्रातों से आए कैडेटों ने कहा- गांधी की कर्मभूमि पर आकर वे धन्य हो गए। मोतिहारी की धरती की खुशबु कुछ खास है। फस्ट अफसर रेमी पीटर के नेतृत्व में कैडेटों ने केआर स्कूल बेतिया का भी परिभ्रमण किया। 23 नवंबर से शुरू हुए एनआईसी कैंप के पांचवे दिन शुक्रवार को कैडेटों को सुबह में पीटी का अभ्यास कराया गया। इसके बाद कर्नल चंदन व कैप्टन अरूण कुमार के नेतृत्व में कुल 145 कैडेटों व पदाधिकारियों का दल पश्चिमी चंपारण के ऐतिहासिक नंदनगढ़ के लिए रवाना हुआ। इस दौरान नंदनगढ़ किला, किले के अदभुत स्थापत्य और सरेयां मन को कैडेटों ने देखा। सरेया मन की सुंदरता देख कैडेट भाव-विभोर हो रहे थे। कैडेटों के शब्दों म ं- उन्हें इसका जरा सा भी कयास नहीं था कि बिहार इतना मनभावन प्रदेश है। उन्होंने कहा कि हम एक बार पूरा बिहार घूमना चाहेंगे। कैंप के दौरान कुल 600 कैडेट भाग ले रहे है। कैंप के सफल संचालन में कई एनसीसी पदाधिकारी सक्रिय रूप से लगे हुए हैं।
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- संपादन-संजय