सीओ ने किया तटबंध का निरीक्षण
शुक्रवार को सीओ नरेंद्र कुमार ने कमला बलान पश्चिमी तटबंध का निरीक्षण किया।
दरभंगा। शुक्रवार को सीओ नरेंद्र कुमार ने कमला बलान पश्चिमी तटबंध का निरीक्षण किया। इस क्रम में वे केवटगामा गांव के पास अर्द्धनिर्मित तटबंध पर पहुंचे व बाढ़ की स्थिति से रूबरू हुए। सीओ ने तटबंध का निर्माण कार्य करवा रही जीएससीओ कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के सुपरवाइजर मुकेश ¨सह को निर्देश दिया कि जल्द ही निर्माण कार्य को पूरा करें। रात दिन कार्य को जारी रखें। सुपरवाइजर ने बताया कि किसी भी परिस्थिति में पांच दिनों के भीतर इस काम को पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए लगभग पचास ट्रैक्टर युद्ध स्तर से कार्य कर रहे हैं। तटबंध के गर्भ में बसे उसड़ी गांव के ग्रामीण लखन साह, पुरषोत्तम पोद्दार, कुलदीप यादव आदि ने बताया कि उन लोगों को बाढ़ आने पर भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। बताया जाता है कि बलान पश्चिमी तटबंध को थरघटिया नदी के पास छोड़ दिया गया है। ताकि नदी का पानी थरघटिया नदी के रस्ते करेह नदी में मिल सके। अगर ज्यादा बाढ़ आती है तो सुघराइन, केवटगामा, कुशेश्वरस्थान दक्षिणी व उत्तरी पंचायतों की करीब पचास हजार की आबादी को भारी नुकसान उठाना पर सकता है।
सीओ नरेन्द्र कुमार ने बताया कि चौकिया में दो नाव, जिमरहा में एक नाव व शंभू घाट पर चार सरकारी नावों की व्यवस्था की गई है। जरूरत पड़ी तो और भी नाव बाढ़ पीड़ितों को दी जाएगी। केवटगामा में नव निर्वाचित मुखिया व कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष रामचन्द्र यादव ने बताया कि बलान पश्चिमी तटबंध के कार्यों में काफी अनियमितता बरती जा रही है।
कटाव स्थल का निरीक्षण हनुमाननगर, संस : शुक्रवार को बाढ़ संघर्षात्मक बल के अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार ने नेयाम व डघरौल में उफनाई बागमती की तेज धारा से नवनिर्मित सड़क में हो रहे कटाव का निरीक्षण किया। उनके साथ जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार व सहायक अभियंता शैलेन्द्र कुमार भी थे। इन लोगों ने कटाव स्थल का मुआयना किया। ग्रामीणों से शीघ्र ही मरम्मत कार्य शुरू करवाने का वादा कर चले गए। गौरतलब हो कि ये दोनों ही कटाव स्थल विभागीय अधिकारियों के लिए कामधेनु गाय की तरह हैं। पिछले कई वर्षों से इस जगह पर काम होते आया है लेकिन आज तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है। मौके राजेश कुमार निराला,हरेन्द्र चौधरी,सुरेन्द्र चौधरी,अमरेन्द्र चौधरी,सीता रमणजी रमण सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।
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