कुख्यात शिवमुनी पुलिस के हत्थे चढ़ा
कुख्यात अपराधी शिवमुनी आखिरकार सोमवार को पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया।
दरभंगा । कुख्यात अपराधी शिवमुनी आखिरकार सोमवार को पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। कई मामलों में पुलिस को उसकी तलाश थी। गुप्त सूचना के आधार पर एएसपी दिलनवाज अहमद के नेतृत्व में गठित टीम ने उसे डरहार से धर दबोचा। बहादुरपुर थाना क्षेत्र के कबीलपुर गांव निवासी राकेश झा उर्फ रामभजन झा का पुत्र शिवमुनी झा हाल के दिनों में राजद नेता मृंत्युजय झा से 50 हजार रुपये की रंगदारी की मांग की थी। उसने श्री झा के घर पर गोली भी चलायी थी। एएसपी श्री अहमद ने बताया कि शिवमुनी के उपर सीसीए थर्ड भी लग चुका है। कई मामलों में न्यायालय ने उसका जमानत भी रद कर दिया था। वह इन दिनों भूमि माफिया भी बन बैठा था। उसके उपर बहादुरपुर थाना में 9 सितंबर वर्ष 1999 में कांड संख्या 164, वर्ष 2010 के 23 अक्टूबर को कांड संख्या 280, वर्ष 2012 के 30 सितबंर को कांड संख्या 359, वर्ष 2014 के 17 मार्च को कांड संख्या 94 व वर्ष 2015 के 25 अप्रैल को कांड संख्या 113 में वह नामजद है। सभी मामलों में उसके उपर लूट, डकैती, आर्मस एक्ट, रंगदारी आदि का धारा लगा हुआ है। वहीं उसके उपर दरभंगा जीआरपी में भी कई मामला दर्ज है। वर्ष 1998, 2004 व 2009 में उसके उपर कांड संख्या क्रमश: 198, 11 व 59 दर्ज है। दरभंगा कोर्ट के एडीजे थर्ड न्यायालय ने ट्रायल नंबर 104 वर्ष 2006, व डकैती मामले के 242 वर्ष 2012 व एनबीडब्ल्यू 225 वर्ष 2013 ने उसका जमानत रद कर उसके खिलाफ वारंट निर्गत कर किया था। एएसपी श्री अहमद ने बताया कि इन दिनों यह संदिग्ध लोगों के साथ मिलकर बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में था। छापेमारी में बहादुरपुर थानाध्यक्ष देवानंद राउत सहित कई अधिकारी शामिल थे। इधर, शिवमुनी का कहना था कि गांव के मृंत्युजय झा व राजेश झा के बीच भूमि विवाद चल रहा था। भूमि कब्जा करने के लिए मृंत्युजय ने उक्त भूमि उसके नाम पावर ऑफ अर्टनी कर दिया। बाद मामला शांत होने पर मृत्यंजय व राजेश मिल गया। अपने हिस्से का जब कमीशन मांगा तो उसने फर्जी आरोप लगाकर फंसा दिया।