दरभंगा से दूसरी किसी जेल ट्रांसफर नहीं होगा पाठक
दरभंगा के बहेड़ी में दो इंजीनियरों के केस में गिरफ्तार कुख्यात मुकेश पाठक एंड कंपनी के शार्गिदों को दूसरी जेल में ट्रांसफर करने वाली बात से पुलिस के आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को साफ इंकार किया।
दरभंगा। दरभंगा के बहेड़ी में दो इंजीनियरों के केस में गिरफ्तार कुख्यात मुकेश पाठक एंड कंपनी के शार्गिदों को दूसरी जेल में ट्रांसफर करने वाली बात से पुलिस के आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को साफ इंकार किया। कहा, उन सबके खिलाफ केस खुल चुका है और रोजाना ट्रायल चल रही है। लिहाजा, उन्हें बाहर भेजने का सवाल ही उत्पन्न नहीं होता। हां, वहां के मुकदमे में संबंधित कोर्ट में पेशी के लिए भेजा जा सकता है। लेकिन, वह भी इस शर्त पर कि पेशी होते ही तुरंत उन्हें दरभंगा मंडल कारा के लिए वापस लौटा देना होगा। मुकेश पाठक एंड कंपनी के एक लाख के इनामी अभियुक्त निकेश दूबे, विकास झा उर्फ कालिया, अभिषेक झा, ¨पटू तिवारी आदि के खिलाफ दूसरे जिलों में केस हैं। उन मुकदमों में उन्हें पेशी के लिए प्रोडक्शन वारंट दरभंगा मंडल कारा को प्राप्त हो चुके हैं। जेल अधीक्षक सूर्यनाथ ¨सह ने कहा कि मुकेश पाठक के मामले में एक प्रोडक्शन वारंट गुरुवार को ही प्राप्त हुआ है। जबकि, मोतिहारी के केस में सप्ताह भर पूर्व ही एक प्रोडक्शन वारंट प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रोडक्शन वारंट प्राप्त होने का यह मतलब नहीं कि उन्हें लगे हाथ गंतव्य के लिए भेजा भी जा सके। दरअसल, इसके लिए तमाम औपचारिकताएं पूरी करने की जरूरत होती है। इसके लिए जिला पुलिस व प्रशासन को सूचना देकर कोर्ट से अनुमति लेनी होती है। फिर कोर्ट के आदेशों के आलोक में ही कोई कदम उठाया जाता है। चर्चा के मुताबिक शिवहर एसपी ने गुरुवार को ऐसा बयान दिया था कि मुकेश पाठक को लाने के लिए शिवहर पुलिस फोर्स को दरभंगा के लिए रवाना किया गया है। शिवहर एसपी के इस बयान से जेल अधीक्षक ने यह कहकर अनभिज्ञता जता दी कि कौन क्या कहता है इसे जेल प्रशासन को कोई मतलब नहीं है। हमें कोर्ट का आदेश प्राप्त होना चाहिए। रही बात तमाम आरोपियों के खिलाफ कई प्रोडक्शन वारंट प्राप्त हैं, लेकिन इतने से ही उन्हें नहीं भेजा जा सकता।