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दलित मां-बेटी की पिटाई में गिरफ्तारी का केस नहीं

मनीगाछी थाना क्षेत्रान्तर्गत नेहरा ओपी के पैठान कवई गांव में दबंगों के जुल्मों के शिकार हुए दलित परिवार के लोगों की पिटाई करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी से पुलिस ने साफ पल्ला झाड़ लिया है।

By Edited By: Published: Mon, 25 Jul 2016 12:45 AM (IST)Updated: Mon, 25 Jul 2016 12:45 AM (IST)
दलित मां-बेटी की पिटाई में  गिरफ्तारी का केस नहीं

दरभंगा। मनीगाछी थाना क्षेत्रान्तर्गत नेहरा ओपी के पैठान कवई गांव में दबंगों के जुल्मों के शिकार हुए दलित परिवार के लोगों की पिटाई करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी से पुलिस ने साफ पल्ला झाड़ लिया है। नेहरा ओपी के प्रभारी रंजन कुमार ने फिर दोहराया है कि इस केस में गिरफ्तारी नहीं हो सकती। अगर कुछ हो भी सकता है तो वरीय अधिकारियों के आदेश के बाद ही होगा। आरोपों के मुताबिक पैठान कवई गांव में सूरज पासवान की पत्नी फूलो देवी और उसकी बेटी ललिता कुमारी के साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया गया। फुलो को अ‌र्द्धनग्न कर पिटा गया तो उसकी बेटी ललिता के साथ भी छेड़खानी का प्रयास हुआ। उसकी जान लेने की कोशिश की गई। फूलो देवी मनरेगा से मिले पैसे में से उन दबंगों को कमीशन देने से इंकार कर दिया था। जिससे उन लोगों ने मां-बेटी का ये हाल किया। 16 जुलाई का यह मामला शनिवार को उजागर होने के बाद माहौल गरमाया हुआ है। दर्ज प्राथमिकी में समीउर्रहमान उर्फ फूलबाबू और उनके चार बेटे ग्यासउद्वीन, चांद, राजन, तारा को अभियुक्त बनाया गया है। नेहरा ओपी अध्यक्ष रंजन कुमार ने कहा कि प्राथमिकी में दर्ज धारा में गिरफ्तारी संभव नहीं है। वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर ही आगे की कारवाई की जाएगी। ओपी अध्यक्ष ने कहा कि परिवार की सुरक्षा की जवाबदेही पुलिस की होगी।


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