आयुर्वेदिक कॉलेज खोलने पर ¨सडिकेट की मुहर
बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
दरभंगा। संस्कृत विवि की कुलपति डॉ. नीलिमा सिन्हा की अध्यक्षता में सोमवार को आयोजित ¨सडिकेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। सदस्यों की आम सहमति रही कि विवि मुख्यालय में स्ववित्त पोषित पैटर्न पर एक आयुर्वेदिक कॉलेज खोला जाए। इसके लिए विस्तृत कार्य योजना बनायी जायेगी। वहीं वर्ष 2017-18 के बजट को भी आंशिक संशोधनों के बाद अनुमोदित कर दिया गया। पीआरओ निशिकांत प्रसाद ¨सह ने बताया कि मुख्यालय में कार्यरत अधिकृत ड्राइवर को दो सौ रुपये प्रति माह चालक भत्ता देने पर भी विचार किया गया और इसके लिए कुलपति अधिकृत कर दिए गए। ¨सडिकेट सदस्य डॉ. विनय कुमार चौधरी ने प्रत्येक कॉलेज में एक-एक पीटीआई व पुस्तकालय सहायक की नियुक्ति का प्रस्ताव रखा जिसपर पूरे सदन ने अपनी हामी दे दी। साथ ही प्राच्य विषयों से सम्बंधित दस प्रमाण पत्र पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए विनिर्मित विनियमावली 2017 पर भी ¨सडिकेट ने अपनी मुहर लगा दी। यह निर्णय विद्वत् परिषद की स्वीकृति की प्रत्याशा में लिया गया है। इसके अलावा गत 9 दिसंबर 2016 व 23 जनवरी 2017 दिवसीय प्रोन्नति समिति 15 दिसंबर 16 व 19 दिसंबर 16 को आयोजित अनुमोदन वरीयता व वेतन निर्धारण समिति, 4 जनवरी 2017 व 12 जनवरी 2017 की वित्त समिति की कार्यवाही व निर्णयों पर भी ¨सडिकेट ने अपनी मुहर लगा दी है। साथ ही 28 जनवरी को आयोजित सीनेट की बैठक के कार्यक्रम व इसके अध्यक्षीय अभिभाषण के प्रारूप को भी सदन ने स्वीकृत कर दिया। इसके अलावा अध्यक्ष की अनुमति पर कई और निर्णय लिए गए। बैठक में कुलपति डॉ. सिन्हा, डॉ. विनय कुमार चौधरी, डॉ. कन्हैया चौधरी, रुदल राय, सकुन्तला गुप्ता, डॉ. ब्रह्मानंद चतुर्वेदी, डॉ. सुरेश्वर झा, डॉ. श्रीपति त्रिपाठी, डॉ. आरपी चौधुर, डॉ. प्रभाष चन्द्र मिश्र, डॉ. पुरेंद्र वारिक, डॉ. बौआनंद झा, डॉ. शिवलोचन झा मौजूद थे।