कमजोर पड़ी कोसी, कमला में उतार-चढ़ाव
कोसी के जलस्तर में कमी आने लगी है। इसमें पानी का प्रवाह नेपाल के भीमनगर बराज से डिस्चार्ज किए गए पानी के आधार पर आंका जाता है। शुक्रवार को नेपाल में बहुत कम वर्षा हुई, जिसके कारण कोसी में डिस्चार्ज मात्र 1 लाख 93 हजार घनफीट प्रति सेकेंड ही किया गया।
दरभंगा । कोसी के जलस्तर में कमी आने लगी है। इसमें पानी का प्रवाह नेपाल के भीमनगर बराज से डिस्चार्ज किए गए पानी के आधार पर आंका जाता है। शुक्रवार को नेपाल में बहुत कम वर्षा हुई, जिसके कारण कोसी में डिस्चार्ज मात्र 1 लाख 93 हजार घनफीट प्रति सेकेंड ही किया गया। वहीं, कमला बलान के जलस्तर में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। सुबह में इसका जलस्तर जहां 51.30 मीटर था, वहीं दोपहर में बढ़कर 51.80 मीटर हो गया। पुन: शाम में घटकर 51.65 मीटर हो गया। उम्मीद की जा रही है कि रात्रि में इसके जलस्तर में और कमी आएगी। उधर, खिरोई, अधवारा, बागमती तथा करेह नदी धीरे-धीरे खतरे के निशान के करीब पहुंच रही है। लेकिन, अभियंताओं के अनुसार यह स्थिति बदलेगी और रात भर में इसमें कमी आएगी। इन नदियों का भी आरंभ स्थल नेपाल ही है, जहां सामान्य से कम वर्षा होने के कारण इसके जलस्तर में कमी आ सकती है।
-------------------
85 नावों का हो रहा है परिचालन
बाढ़ प्रभावित किरतपुर, घनश्यामपुर, कुशेश्वरस्थान पूर्वी, कुशेश्वरस्थान प्रखंडों में नावों का परिचालन बढ़ा दिया गया है। इन अंचलों में 57 सरकारी 28 निजी नावों सहित कुल 85 नावों का परिचालन किया जा रहा है।
सरकारी प्रतिवेदन के अनुसार कुल 12 पंचायतों के 34 गांवों में नदी का पानी घुस गया है, जो धीरे-धीरे निकल रहा है। वहीं विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर लगभग 800 मरीजों का इलाज किया गया है। किरतपुर में एक ¨क्वटल ब्ली¨चग पाऊडर का छिड़काव भी किया गया है। पशु चिकित्सालयों पर भी पशुओं का इलाज किया जा रहा है। यह जानकारी वरीय उप समाहर्ता सह प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन रवीन्द्र कुमार दिवाकर ने दी।
------------