महागठबंधन में डिप्टी मेयर पर बनी सहमति
दरभंगा। जून 2016 में जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने अपना कोई प्रत्याशी नहीं उत
दरभंगा। जून 2016 में जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने अपना कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था। अपना प्रत्याशी देने के बदले भाजपा ने महागठबंधन के ही पार्षद को समर्थन देकर उसे पटकनी देने की रणनीति अपनाई थी। अगर राजनीतिक पंडितों की मान्यता पार्षद चुनाव में अपनी स्थिति देख अब भाजपा अपना उम्मीदवार उतारने के बदले ऐसे पार्षद को उतारने की जुगत में है जिसे महागठबंधन की एका परीक्षा ली जा सके। वैसे जानकारी मिल रही है कि बॉबी खां को डिप्टी मेयर बनाने के मामले पर महागठबंधन में सहमति बन गई है। इस पद को लेकर अब कोई विवाद नहीं है। लेकिन मेयर पद को लेकर बैजयंती खेड़िया, मुन्नी देवी, बेला देवी को लेकर पेच फंस गया है। बैजयंती खेड़िया शहर में राजद के खेवनहार ओम प्रकाश खेड़िया की पत्नी है तो मुन्नी देवी भी चार बार पार्षद रह चुकी हैं। उनकी वरीयता की अनदेखी नहीं की जा सकती। बेला देवी भी राजद के सक्रिय कार्यकर्ता गौरी मंडल की पत्नी हैं। पहले भी पार्षद रह चुकी हैं। प्रयास हो रहा है कि इस तिकोने लड़ाई को पहले सीधी लड़ाई में बदला जाए। उसके बाद एक प्रत्याशी पर फैसला होगा। इसके लिए महागठबंधन के हेवीवेट नेता मो. अली अशरफ फातमी, वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, राजस्व मंत्री डॉ. मदन मोहन झा, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री मदन सहनी, विधायक भोला यादव ललित कुमार यादव और डा. फराज फातमी की बैठक शीघ्र ही होने वाली है। उधर राजग भी इस लड़ाई को आसानी से हाथ से नहीं जाने देने के मूड में है। इसके लिए निर्विरोध जीतीं मंजू देवी, सर्वाधिक मत से जीतीं मधुबाला सिन्हा, पूजा मंडल और निशा कुमारी जैसी पार्षदों पर उसकी नजर है। अगर इनमें से कोई भी राजग के पाले में आ गया तो लड़ाई रोचक हो जाएगी। मंजू देवी तो कभी राजनीति में ही नहीं रही लेकिन उनके पुत्र आशुतोष कुमार भाजपा से अधिक नजदीक रहे। मधुबाला सिन्हा की कोई राजनीतिक प्रतिबद्धता नहीं है।