रिफाइंड टैंकर गायब मामले में एजेंट दोषी
दरभंगा। कोलकाता से दरभंगा के लिए चले एक टैंकर रिफाइंड के गायब होने के मामले में एजेंट दोषी पाया गया।
दरभंगा। कोलकाता से दरभंगा के लिए चले एक टैंकर रिफाइंड के गायब होने के मामले में एजेंट दोषी पाया गया। अनुसंधान के बाद एजेंट पर कार्रवाई करने की बात कही गई है। बताया जाता है कि एजेंट अवध कुमार टेंकर का ग्रांटर बना था। उसने टेंकर को गायब कर कंपनी को ब्लेकमेल करने का काम भी किया। एएसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि वर्ष 2014 में कोलकाता की बजबज रिफाइनरी लि. कंपनी से दरभंगा गुल्लोबाड़ा के व्यवसायी सुरेश कुमार पंसारी से एक टेंकर रिफाइन तेल लिया था। 11 लाख 23 हजार 448 रुपये का तेल कंपनी से टेंकर पर लोड होकर दरभंगा के लिए रवाना हुआ। लेकिन, माल न तो दरभंगा पहुंचा और न ही पटना डीपो। इसके बाद व्यवसायी पंसारी की ओर से इस मामले को लेकर कोलकाता में कंपनी मालिक राजेश अग्रवाल पर मामला दर्ज कराया। लेकिन, उसकी जानकारी स्थानीय पुलिस से छीपा लिया। व्यवसायी पंसारी ने इस मामले को लेकर दरभंगा न्यायालय में वाद दायर किया। जिसमें कोर्ट ने नगर थाना में मामला दर्ज करने का आदेश दिया। 13 अप्रैल 2016 को कांड संख्या 74 दर्ज किया गया। इसमें कंपनी के निदेशक राजेश अग्रवाल को नामजद किया गया। अनुसंधान के क्रम में एएसपी ने कंपनी के निदेशक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। जब उसकी खोज में पुलिस कोलकाता पहुंची तो राजेश अग्रवाल ने अपनी कंपनी की साख को बचाने के लिए व्यवसायी से समझौता कर लिया। सारी राशि चुकता कर दिया गया। लेकिन, कारोबार के बीच बने एजेंट व गुल्लोबाड़ा मोहल्ला निवासी अवध कुमार ने कंपनी के निदेशक को मामला समाप्त करने के लिए 1 लाख 90 हजार रुपये की मांग की। कंपनी के निदेशक ने मामला समाप्त करने के लिए उक्त राशि का एक चेक दे दिया। बावजूद वह और राशि का मांग करने लगा। इसके बाद कंपनी के मनेजर शंकर सोन ने यहां के पुलिस को सारी जानकारी दी। कहा गया कि विनोद ने ही टेंकर से भरे रिफाइन तेल को गायब किया है। अब समझौता के नाम पर अवैध वसूली कर रहा है। कंपनी की ओर पुलिस को बताया गया कि एजेंट विनोद व व्यवसायी श्री पंसारी आपस में पार्टनर हैं। विनोद ने कंपनी से रिफाइन तेल लेने के लिए अपना टेंकर देने का प्रस्ताव रखा। कंपनी को उसने एक टेंकर दिया साथ ही उससे सही सलामत माल लाने के लिए सारी जबावदेही स्वयं लिया। इसके लिए उसने अपने लेटर पैड पर कंपनी को लिखित दिया। कंपनी सभी दस्तावेज जब पुलिस को उपलब्ध कराया तो पुलिस भी भौचक रह गई। अब पुलिस विनोद की तालाश तेज कर दी है। बताया जाता है कि पुलिस उसे जल्द गिरफ्तार कर लेगी।