जेईई मेन में प्रतीक को मिले 191 अंक
दरभंगा। हैरो इंगलिश स्कूल के छात्र प्रतीक के अलावा दर्जनों छात्रों ने जेईई मेन के प्रकाशित रिजल्ट मे
दरभंगा। हैरो इंगलिश स्कूल के छात्र प्रतीक के अलावा दर्जनों छात्रों ने जेईई मेन के प्रकाशित रिजल्ट में अपनी मेधा का शानदार प्रदर्शन किया है। कुमार प्रतीक को 191 में अंक मिले हैं तो प्रियरंजन कुमार को पिछड़ा वर्ग श्रेणी में 90 अंक मिले हैं। हौसला है कि जेईई एडवांस में शानदार रैंक प्राप्त कर आइआइटी के माध्यम से देश के नव निर्माण में हाथ बटाये। निजी विद्यालय के शिक्षक दंपत्ति और कटहलबाडी विद्यापति चौक निवासी प्रेमचंद्र झा तथा माला झा के पुत्र प्रतीक ने कहा कि छात्रों में एक गलत धारणा बन रही है। सामान्य श्रेणी के बच्चे हतोत्साहित हो रहे हैँ। लेकिन, यह गलत है। मुझे नौवीं कक्षा से माता पिता ने बता दिया था कि सामान्य वर्ग का होने के कारण बड़ा परिश्रम करना है। इसे मैंने गंभीरता से लिया। प्रतिदिन स्कूल के बाद 6 घंटे नियमित पढता था। माता पिता के अलावा स्कूल के प्राचार्य शैलेंद्र झा को अपनी सफलता का श्रेय देते हुए कहा कि लक्ष्य निर्धारित कर तैयारी करने से सफलता मिलती है। सराय के राम कुमार यादव और सचिता देवी के पुत्र प्रियरंजन कुमार ने पिछड़ा वर्ग श्रेणी में अंक अर्जित किए। करमगंज के मो. भुट्टो और नुरजहां खातून के पुत्र मो. अबु नसर ने 70 अंक लाए। रहमगंज के मेहदी हुसैन व तबस्सुम जहां की पुत्री तबस्सुम जहां ने 73 अंक अर्जित कर जेईई मेन में सफलता पाई। कबीरचक झोटेल यादव व बुचनी देवी के पुत्र ललित कुमार यादव ने भी 72 अंक पाए है। पांचों छात्र-छात्राओं ने अपनी सफलता का श्रेय गणित शिक्षक आरके झा व रसायन शिक्षक दीपक कुमार को दिया है। मनोरा वाजितपुर के अरुण कुमार चौधरी व नीता चौधरी की पुत्र शुभ्रा चौधरी ने 248 अंक अर्जित कर शानदार सफलता हासिल की। मनीगाछी ब्रह्मपुर वासी स्वास्थ्य कर्मी संजीव कुमार गुप्ता के पुत्र दीपांशु कुमार ने 118 अंक अर्जित किये। उसने मार्गदर्शक शिक्षक सकलदेव कुमार, आरटी ¨सह व उदित कुमार को सफलता का श्रेय दिया।
हायाघाट संस के अनुसार, मझौलिया पंचायत के होरलपटी गांव के निवासी उत्क्रमित मध्य विद्यालय शिवै¨सहपुर में कार्यरत शिक्षक तुलानंद सहनी व गृहिणी चंदा देवी के दूसरे पुत्र दीपक कुमार ने अपने प्रथम प्रयास में जेईईमेन में ओबीसी श्रेणी में 73 अंक प्राप्त किया। उन्होंने भौतिकी में राजीव इंजीनियर, गणित में आरडी ¨सह, रसायन शास्त्र में एके चौधरी से मार्गदर्शन प्राप्त किया था। वे अपनी माता पिता, दादी की आकांक्षा को पूरा करना चाहता है। इससे पूर्व दीपक ने दरभंगा जिले में मैट्रिक बोर्ड की परीक्षा में पांचवां स्थान प्राप्त किया था।