प्रेम व भय में मारी जाती है बुद्धि
दरभंगा । माघी नवरात्र पर श्यामा मंदिर में चल रहे रामकथा के पांचवें दिन शनिवार को प्रवचन करती हुई प
दरभंगा । माघी नवरात्र पर श्यामा मंदिर में चल रहे रामकथा के पांचवें दिन शनिवार को प्रवचन करती हुई पूजा द्विवेदी ने राम की बाललीला की चर्चा की। उन्होंने भगवान राम के गुरुप्रेम, ताड़कावध, धनुषयज्ञ व जनकपुर में सीता से मिलन का प्रसंग सुनाया तो उपस्थित श्रोता भाव-विह्वल हो उठे। इस दौरान भगवान राम का प्रसंग सुनाकर श्रोताओं को विभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रेम व भय के दौरान तर्क व बुद्धि मारी जाती है। कथा का आरंभ भजन गायन से हुआ तो मौजूद श्रद्धालु मुग्ध होते रहे। मंदिर के प्रबंधक चौधरी हेमचंद्र राय के संचालन में हुए कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन श्यामा मंदिर न्यास समिति के कोषाध्यक्ष डॉ.राम नारायण मिश्र ने किया। मौके पर श्यामा मंदिर न्यास समिति के सह सचिव डॉ.श्रीपति त्रिपाठी, डॉ.सत्यवान कुमार, डॉ.टीएन झा, पं.ताराकांत झा, राधाकांत राय, एमएन पाठक समेत कई लोग मौजूद थे।