शराब पीकर दुकान पर ही लुढ़का, हाथ में झाड़ू लेकर पहुंची महिलाएं
दरभंगा। बहादुरपुर थाना क्षेत्र के तारालाही गांव के दर्जनों महिला, पुरूष और बच्चों ने रविवार को शराब
दरभंगा। बहादुरपुर थाना क्षेत्र के तारालाही गांव के दर्जनों महिला, पुरूष और बच्चों ने रविवार को शराब की दुकान बंद करने को लेकर जमकर प्रर्दशन किया। इन सभी ने शराब की एक दुकान में तालाबंदी कर अपना विरोध प्रर्दशन किया। तारालाही गांव की महिला रेहाना खातुन, राम सुन्दरी देवी, धर्मशीला देवी, नीला देवी आदि ने कहा कि चौक पर शराब की दुकान खुलने से सामाजिक महौल खराब हो रहा है। इन सभी का कहना है कि उनके पति मजदूरी करते हैं। जिससे परिवार का भरण पोषण होता है। जब से चौक पर शराब की दुकानें खुली हैं तब से नशापान करने के आदी हो गए हैं। पुरूष मजदूरी कर आने पर चौक पर शराब खरीदकर पीते हैं। मेहनत मजदूरी के पैसे शराबखोरी में चले जा रहे हैं और घर का हुक्का-पानी बंद होने की नौबत आ गई है। इसका कुप्रभाव बच्चों पर भी पड़ रहा है। बच्चे भी शराब पीने लगे हैं। इसलिए, हम सभी दुकान में तालेबंदी करना चाहते हैं। यहां से शराब की दुकानें नहीं हटाई गई तो सड़क जाम कर विरोध किया जाएगा। इधर, शराब दुकानदार लाल बाबू यादव ने कहा कि शनिवार की शाम कुछ ग्रामीणों दुकान पर आकर कम दर पर शराब देने की जिद करने लगे। स्टाफ ने कम दर पर शराब देने से इंकार किया तो ग्रामीण हाथापाई करने लगे। बहादुरप र थाना पुलिस से शिकायत भी की गई। रविवार सुबह दुकान खोली गई तो गांव की दर्जनों महिलाएं हाथ में झाड़ू लेकर दुकान बंद कराने पहुंच गईं। इधर, माले नेताओं ने ग्रामीणों के इस कदम को सही बताते हुए आंदोलन का समर्थन किया है।ये है मामला
तारालाही में इस दुकान पर शराब पीकर एक व्यक्ति दुकान पर ही लुढ़क गया। श्याम कुमार यादव तारालाही का ही रहने वाला है। शनिवार शाम 7 बजे उसने इस दुकान से शराब खरीदी और वहीं पर पीते ही लुढ़क गया था। गांव के लोग शराब के जहरीली होने के संदेह पर दुकान पर जा पहुंचे और जमकर हंगामा मचाया। अगले दिन रविवार को गांव की महिलाएं हाथों में झाड़ू-डंडे लेकर बड़ी संख्या में पहुंच गईं। दुकानदार उनका हुजूम देख भागखड़ा हुआ।