नेतृत्व की पूर्ण क्षमता थी डॉ. कलाम में : मानस बिहारी
दरभंगा। भारत रत्न, मिसाइल मैन के नाम से मशहूर पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम में नेतृत्व करन
दरभंगा। भारत रत्न, मिसाइल मैन के नाम से मशहूर पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम में नेतृत्व करने की पूर्ण क्षमता थी। एक सफल वैज्ञानिक के साथ-साथ वे सफल नेतृत्वकर्ता थे। किसी विषय वस्तु को समझने व उसे प्रस्तुत करने की उनमें दैवीय शक्ति थी। लनामिविवि की ओर से वीसी प्रो. साकेत कुशवाहा की अध्यक्षता में गुरुवार को आयोजित शोकसभा में डॉ. कलाम के निकट सहयोगी रहे डॉ. मानस बिहारी वर्मा ने यह बातें कही। साथ किए गये कार्यों का कई संस्मरण भारी मन से सुनाते हुए डॉ. वर्मा ने कहा कि वे पल-पल देश के लिए जिये। उनमें संगठनकर्ता का भी अदभूत गुण था। इसलिए साथ काम करने वाले सहयोगी पूरे उत्साह के साथ काम करते थे। देश के भविष्य खासकर बच्चों के शैक्षणिक आíथक आदि विकास के लिए सतत ¨चतित रहा करते थे। इसके बाद कुलसचिव डॉ. अजीत कुमार ¨सह ने शोक प्रस्ताव पढ़ा। फिर दो मिनट तक सभी मौन रहकर डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि दी। इससे पहले डॉ. कलाम के चित्र पर उपस्थित सभी लोगों ने पुष्पांजलि अíपत की। मौके पर प्रोवीसी प्रो. एस मुमताजुद्दीन, डीएसडब्ल्यू डॉ. केपी सिन्हा, प्राक्टर डॉ. अजयनाथ झा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. कुलानंद यादव, डॉ. विजय मिश्र सहित सभी पदाधिकारी, विभागाध्यक्ष, संकायाध्यक्ष, कर्मी व छात्रगण मौजूद थे। दूसरी ओर कुंवर ¨सह कॉलेज में प्रधानाचार्य डॉ. सीबी ¨सह की अध्यक्षता में शेाकसभा हुई। उन्होंने डॉ. कलाम की शालीनता, लोकप्रियता, संवेदनशीलता आदि की विस्तार से चर्चा की।