अरे रे रे मस्जिद हिली, देखो टावर भी हिल रहा
रविभूषण सिन्हा, दरभंगा : रविवार को भूकंप के सबको हिलाकर रख दिया। शनिवार रात में भी 11 बजकर 16 मिनट प
रविभूषण सिन्हा, दरभंगा : रविवार को भूकंप के सबको हिलाकर रख दिया। शनिवार रात में भी 11 बजकर 16 मिनट पर धरती एकबारगी डोल गई थी। उसके बाद की चेतावनियों को लेकर लोगों ने रतजगा। अगले दिन फिर भूकंप आया। अफवाहों व चेतावनियों के बीच दोबारा झटके ने मानों जान निकालकर रख दी। लोग ठहरे रहे, जमीं अचानक हिलने लगी। भागमभाग मची। भागो-भागो की आवाज पर आसपास के घर खाली पड़ गए। गली-मुहल्लों से लेकर चौक-चौराहों पर भगदड़ रही। दरभंगा टावर पर घर से निकल भागे लोगों की नजर सामने जामा मस्जिद पर पड़ी। मस्जिद डोल रही थी। उधर, टावर का गुंबद भी जोर-जोर से हिल रहा था। भीड़ एकटक कभी मस्जिद तो कभी टावर निहारती रही। आजू-बाजू की बि¨ल्डगें भी थर्रा रही थी। थोड़ी ही देर में भूकंप का कंपन शांत पड़ा और जान में जान आई। उधर, आज के झटके के बाद भी घरों व जानमाल की क्षति की सूचना है। थोड़ी ही देर बाद घायलों का डीएमसीएच पह ंचने का सिलसिला शुरू हो गया। शाम तक घायलों को भर्ती कराया जाता रहा। शाम होते-होते चांद भी लोगों को उल्टा दिखाई पड़ने लगा।
तीन मरे : भूकंप के सदमें से रविवार को भी तीन लोग मौत के शिकार हो गए। भूकंप इन महिलाओं के लिए जानलेवा साबित हुआ। हर्ट अटैक से भालपट्टी, नगर थाना और बहादुरपुर में तीन महिलाओं की जान जाने की सूचना है। पता चला कि दरभंगा शहर के मिश्र टोला में 65 साल की मनोरमा मिश्र की हृदय गति रूक गई। वहीं सदर थाने के भालपट्टी ओपी इलाके में ललन कामती के 50 साल की पत्नी बुच्ची देवी भी काल कवलित हो गई। उधर, बहादुरपुर के ओझौल गांव में शुभनारायण झा की 62 साल की पत्नी रामकला देवी भी हर्ट अटैक की शिकार हो गई।
सदमे में महिलाएं हुईं सर्वाधिक आहत : बहादुरपुर थाना क्षेत्र के सिनुआर गांव में राजेंद्र ¨सह व मदन ¨सह भूकंप के झटके से घबड़ा कर औंधे मुंह गिर पड़े। दोनों के सिर में गंभीर चोटें आईं जिसके बाद उन्हें डीएमसीएच में भर्ती कराया गया। घनश्यामपुर थाना क्षेत्र में धोई लगमा गांव के अशोक झा की पत्नी अमिता देवी भूकंप से चकराकर गिर पड़ी। उन्हें भी ¨चताजनक हालत में लाकर भर्ती कराया गया है। सिमरी थाने के कंसी गांव के धर्मवीर महतो की पत्नी सुनीता देवी भी भूकंप के झटके से गश खाकर गिर पड़ी। बेहोशी के बाद उसे आनन-फानन में एम्बुलेंस पर लादकर अस्पताल लाया गया। विशनपुर थाने के महनौली गांव निवासी हीरा पासवान की पत्नी जैलसा देवी भूकंप के बाद घर से निकल कर बेतहाशा भाग रही थी। इसी दौरान बगल की दीवार गिर पड़ी। बायां हाथ टूट गया, चेहरा भी लहूलुहान हो गया। हैरो स्कूल, दरभंगा में पढ़ने वाले 9 साल का पंकज कुमार भूकंप के बाद दहशत में आकर भागते हुए जख्मी हो गया। वह सदर थाने के सारामोहनपुर गांव निवासी विशो भंडारी का पुत्र बताया गया है। डीएमसीएच में उसका भी इलाज चल रहा है। बहेड़ी के स्व.कलीम के पुत्र सफीकुल के शरीर पर दीवार गिर पड़ी। उसका प र टूट गया। शनिवार को भी डीएमसीएच में 24 लोग भर्ती कराए गए जिनमें 5 की पहचान नहीं हो सकी है। सभी का इलाज चल रहा है। मिर्जापुर गिरी जी स्टैंड इलाके में रहने वाली संजय कुमार मेहता की 40 वर्षीय पत्नी सुनीता मेहता ने बताया कि भूकंप के झटके से वह काफी सदमें में हैं। उनके सिर में चोट लगी है। उनकी पुत्री रुपा कुमारी भी डरी-सहमी हुई है। शनिवार पूरी रात दहशत के आलम में रतजगा कर घर के सभी लोग गुजारे हैं।
गर्भवती पर खतरा : भूकंप के झटके से गर्भवती महिलाओं पर खतरा बढ़ गया है। कई महिला चिकित्सकों ने कहा कि गर्भवती महिलाओं का खास ख्याल रखने की जरूरत है। घनश्यामपुर थाने के बाथ गांव में मो. मोती की पत्नी अमीना खातून को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह गर्भवती है। उसके ससुर मो.सलीम ने बताया कि शरीर जकड़ने लगा और आंख-जीभ बाहर निकल आया।
एसएसपी ने लगाया टेंट : भूकंप के झटके के बाद पुलिसर्मियों के परिवार वालों को सुरक्षित ठहराने के लिए एसएसपी ऑफिस के अहाते में ही टेंट लगाए गए हैं। ऑफिस के इर्द-गिर्द के पुलिसकर्मी व उनके परिवार के लोग इन्हीं टेंटों में रात में आसरा ले रहे हैं। एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में सभी लोगों को धैर्य व साहस से काम लेने की जरूरत है। पुलिस और प्रशासन अपने स्तर से हर एहतियातन कदम उठा रहा है।