वसंती बयार में बारिश की फुहार
जासं, दरभंगा : फाल्गुन की अल्हड़ मस्ती और बसंती बयार के बीच सोमवार को बारिश की हल्की फुहार से कहीं खु
जासं, दरभंगा : फाल्गुन की अल्हड़ मस्ती और बसंती बयार के बीच सोमवार को बारिश की हल्की फुहार से कहीं खुशी तो कहीं मायूसी का आलम रहा। शहर के निचले इलाकों में पानी ने परेशानी बढ़ा दी है तो अधिकांश किसान मायूस हो गए हैं। हालांकि, पछात खेती करने वाले किसानों को इससे फायदा हुआ है। शहरी क्षेत्र के दरभंगा टावर, पूनम सिनेमा रोड, लालबाग पोस्ट ऑफिस जाने वाली सड़क, करमगंज के छोटी काजीपुरा उधर बंगाली टोला, गांधी नगर कटरहिया, दिलावरपुर, लक्ष्मीसागर, चुनाभट्ठी, मदारपुर, मोगलपुरा, बलभद्रपुर, मिश्रटोला, मिर्जापुर, राजकुमार गंज, कटहलबाड़ी, दिवानी तकिया, भीगो, सैदनगर, जेपी चौक, भटियारीसराय, जेठियाही, अल्लपट्टी आदि इलाकों में बारिश ने राहगिरों की परेशानी बढ़ा दी है। यहां सड़कें पानी और कीचड़ से सन गई हैं। दूसरी ओर गेहूं, तेलहन, दलहन फसल के लिए भी यह बारिश कहीं खुशी तो कहीं मायूसी का कारण बनी। हां, गेहूं की पछात फसल के लिए बारिश जरूर संजीवनी बनकर बरसी। बिरौल के नारायणपुर गांव के किसान तेजन पासवान व अमाही गांव निवासी जगदीश यादव कई एकड़ में गेहूं की बुआई की थी। उनका कहना है कि बारिश और हवा चलने से गेहूं की फसल खेत में ही गिर गई। इसकारण यह बारिश उनके लिए नुकसानदायी साबित हुई। बिरौल के ही
नारायणपुर निवासी विमला दास के लिए यह बारिश हितकर साबित हुई। उनका कहना है कि गेहूं की फसल के लिए पटवन की आवश्यकता को बारिश ने पूरी कर दी। हमने विलंब से गेहूं बुआई की थी। उधर, खेत में लहलहा रही तेलहन फसल और मसूर दाल के लिए भी यह बारिश नुकसानदेह ही साबित होगी। वहीं मूंग फसल के लिए फायदेमंद रहेगी।
हनुमाननगर : बारिश किसानों के लिए अमूमन वरदान हुआ करती है। परंतु सोमवार की सुबह वर्षा और तेज हवा के झोंके ने किसानों के चेहरे मुरझा दिए। गेंहू, तेलहन और दलहन की फसल को व्यापक नुकसान हुआ है। पानी के बाद तेज हवा के झोंके के कारण गेंहू के पौधे गिर गए। वैसे तो तेज हवा में हिलने से भी मनजाई पर असर पड़ता है। विशनपुर के किसान रामनंदन सहनी, गुलाम मुस्तफा, मोहम्मद जुनैद,मुर्तुजा आदि ने बताया की लगभग तैयार फसल बर्षा और तेज हवा से आधी हो गई है।