रहो तन से स्वस्थ व मन से शीतल
- जूड़शीतल पर जोड़ा प्रकृति से नाता
जागरण संवाददाता, दरभंगा : तन से स्वस्थ रहने व मन से शीतल रहने की कामना के साथ ही मंगलवार को जिले में प्रकृति का महापर्व जूड़शीतल परंपरागत ढंग से मनाया गया।
अहले सुबह से ही बड़े-बुजुर्गो ने सिर पर शीतल जल डालकर तन से स्वस्थ व मन से शीतल रहने की कामना की। महिलाओं ने कुलदेवी व अन्य देवताओं को बासी भात व दही प्रसाद के रूप में अर्पित की। साथ ही चूल्हे को विश्राम देते हुए भोजन के रूप में बासी भात, बड़ी व दही का सेवन किया। मीठे जल का दान देने की परंपरा भी कायम रखा। ग्रामीण क्षेत्रों में परंपरागत ढंग से त्योहार मनाया गया। बच्चों व युवाओं की टोली ने सुबह से ही मिट्टी व पानी का खेल खेला। फिर दोपहर में चौर व बगीचों में शिकार खेलने के लिए टोलियां निकलीं। वैसे शहरी क्षेत्र की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में इसे मनाने की परंपरा आज भी जीवंत है।