लापरवाही में आठ थानेदारों के वेतन से होगी कटौती
-आरटीपीएस में पुलिसिया उदासीनता का मामला
दरभंगा, जासं : राइट टू पब्लिक सर्विस (आरटीपीएस) के तहत तय समय में काम करने की बाध्यता के बावजूद पुलिस आवेदनों को लटकाए रखती है। एसएसपी राजीव मिश्रा ने अपने दफ्तर में मंगलवार को आरटीपीएस काउंटर पर खुद पहुंच गए और कई मामलों की जांच की, जिसमें आधा दर्जन से अधिक थानों की लापरवाही सामने आई है। इनमें विश्वविद्यालय, लहेरियासराय, सदर, मब्बी, भालपट्टी, बहादुरपुर, बहेड़ा और बहेड़ी थाना शामिल हैं। एसएसपी ने लापरवाही के लिए दंड मुकर्रर कर दिया है। मीडिया प्रभारी सह डीएसपी हेडक्वार्टर जयराम शर्मा ने पूछे जाने पर कहा कि एसएसपी की जांच में इन थानों की लापरवाही उजागर हुई है। एसएसपी ने सभी थानों से जवाब तलब कर जानना चाहा है कि किन परिस्थितियों में कर्तव्य में शिथिलता बरती गई। संतोषजनक नहीं होने पर 250 रुपये रोजाना के हिसाब से थानेदारों के वेतन से दंड स्वरुप राशि की कटौती होगी। जांच में ये तथ्य सामने आए हैं कि विगत कुछ महीनों से अनावश्यक रूप से प्रतिवेदन लंबित रखे गए हैं। आरटीपीएस काउंटर से लोगों का सीधा जुड़ाव है। मसलन पासपोर्ट, चरित्र प्रमाण-पत्र आदि के ससमय सत्यापन और निर्गत करने का काम होता है। 14 दिनों के अंदर कार्य के निपटारे की कानूनी बाध्यता है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जिस तरीके से लापरवाही बरती गई है लोग जागरूक होते और सक्षम प्राधिकार में अपील करते तो पुलिस महकमे को भारी अर्थदंड देना पड़ता। साथ ही कार्रवाई भी संभव थी। फिलहाल प्रशासनिक स्तर पर नहीं बताया गया है कि कितने आवेदन किन थानेदारों के स्तर पर पेंडिंग हैं और उनसे कितनी राशि दंड स्वरूप वसूली जाएगी।