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आंगनबाड़ी के निरीक्षण में अनियमितता उजागर

बक्सर । जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस सत्येन्द्र नारायण ¨सह ने बुधवार को चौसा प्रखंड के चु

By Edited By: Published: Thu, 26 May 2016 03:08 AM (IST)Updated: Thu, 26 May 2016 03:08 AM (IST)
आंगनबाड़ी के निरीक्षण में अनियमितता उजागर

बक्सर । जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस सत्येन्द्र नारायण ¨सह ने बुधवार को चौसा प्रखंड के चुन्नी पंचायत अंतर्गत कई आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी मिली। निरीक्षण में कहीं जहां आगनबाड़ी केन्द्र को ही बंद पाया गया। वहीं, कहीं पर इसके खुले के बाद भी बच्चों की संख्या नगण्य थी। हद तो यह कि जब वह चौसा बाल विकास परियोजना कार्यालय पहुंचे तो वहां से बाल विकास परियोजना पदाधिकारी भी गायब थी। यही नहीं, राजपुर में अनुपस्थित मिली पर्यवेक्षिका प्रीति व सुनीता ने बताया कि वे मी¨टग में हैं। जबकि, उक्त प्रखंड में कहीं कोई मी¨टग नहीं थी। अधिकारी ने बताया कि संबंधित सेविका व पर्यवेक्षिका समेत सीडीपीओ से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है।

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प्राप्त जानकारी के अनुसार आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 65 के निरीक्षण में पहुंचे अधिकारी को वहां महज 7 बच्चे उपस्थित पाये गये। सहायिका सुनीता देवी 1 मई से ही अनुपस्थित है। जबकि, उपस्थिति पंजी में 24 मई को किसी की उपस्थिति दर्ज नहीं मिली। यही नहीं अधिकारी को आंगनबाड़ी केन्द्र पर पोषाहार भी बंद मिला। अधिकारी ने बताया कि इससे स्पष्ट है कि संबंधित पर्यवेक्षिका रेणु प्रभा व बाल विकास परियोजना पदाधिकारी पदाधिकारी द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों के निरीक्षण में रूचि नहीं ली जाती है, जिसके कारण केन्द्र संचालन की स्थिति असंतोषजनक है। डीपीओ ने जब आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 72 का विजीट किया तो वहां उन्हें मात्र 12 बच्चे उपस्थित मिले। जबकि, पंजी में 28 बच्चों की उपस्थिति दर्ज पायी गयी। यहां सहायिका अनुपस्थित थी। इसी तरह आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 66 के निरीक्षण में पहुंचे अधिकारी को उसे बंद करते हुए पाया गया। इस दौरान वहां केवल छह बच्चे उपस्थित पाए गये। हद तो तब हुई जब वह चौसा सीडीपीओ कार्यालय पहुंचे। वहां उन्हें दो दिनों से अनधिकृत रूप से सीडीपीओ गायब मिलीं। जबकि, राजपुर में महिला पर्यवेक्षिका प्रीति कुमारी व सुनीता कुमारी के अनुपस्थित पाये जाने पर जब अधिकारी ने उनसे फोन पर संपर्क साधा तो उन लोगों ने कहा कि कहीं सेक्टर मी¨टग में हैं। जबकि, अधिकारी के पता करने पर पता चला कि कहीं पर कोई मी¨टग नहीं है। अधिकारी के निरीक्षण से यह स्पष्ट होता है कि आंगनबाड़ी केन्द्र संचालन की स्थिति काफी दयनीय है। उन्होंने बताया कि इस मामले में संबंधित लोगों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।


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