इलाहाबाद मे पकड़ाया नवानगर का फर्जी आरपीएफ अधिकारी
इलाहाबाद में रेल पुलिस के हाथ एक फर्जी रेल अधिकारी लगा है।
बक्सर। इलाहाबाद में रेल पुलिस के हाथ एक फर्जी रेल अधिकारी लगा है। जो खुद को आरपीएफ का सहायक कमांडेंट बताते हुए बेरोजगारों को नौकरी देने के नाम पर फर्जीवाड़ा में संलिप्त था। इस मामले में गिरफ्तार किए गए फर्जी अधिकारी की पहचान बक्सर जिले के नवानगर थानाक्षेत्र अंतर्गत डिहरा निवासी राकेश कुमार ¨सह के रूप में की गई है। फर्जीवाड़ा में गिरफ्तार युवक लंबे समय से बेरोजगार युवकों को नौकरी देने के नाम पर ठगने का काम करता था। जबकि वो खुद बेरोजगार था।
यह घटना गुरुवार इलाहाबाद रेलवे स्टेशन की है। जहां जुबेर और विनीत ¨सह नामक दो युवक प्लेटफार्म पर उक्त फर्जी आरपीएफ अधिकारी से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उसके पहुंचने में देर होने पर युवकों ने वहां मौजूद रेल पुलिस के जवानों और अधिकारियों से राकेश ¨सह नामक आरपीएफ सहायक कमांडेंट का वर्दीयुक्त का मोबाइल में सेव किया फोटो दिखाते हुए उसके बारे में पूछ बैठे। युवकों ने बताया कि नौकरी के नाम पर दोनों ने उक्त अधिकारी को 15-15 हजार रुपये दिए हैं और आज यहां उन्हें नियुक्ति के लिए बुलाया गया था। नाम के साथ फोटो को देखते ही पुलिस को पक्का विश्वास हो गया कि जरूर इसमें कोई न कोई फर्जीवाड़ा है। क्योंकि इस नाम का इलाहाबाद में कोई अधिकारी था ही नहीं। जब उक्त फर्जी आरपीएफ अधिकारी को आते देख युवकों ने इशारा किया कि यही वो अधिकारी हैं। जिसके बाद पुलिस ने पूरे अदब के साथ पहले तो पूछताछ शुरू की। पर जवाब देने में आनाकानी करते देख पुलिस का यकीन पक्का हो गया कि यह एक जालसाज है। इसके बाद जब पुलिस द्वारा सख्ती की गई तब उस फर्जी अधिकारी ने अपना नाम पता बताते कहा कि वो खुद बेरोजगार है। और फर्जी पुलिस अधिकारी बन बेरोजगारों को बेवकूफ बनाकर ठगी का काम करता है। मौके पर पुलिस द्वारा ली गई तलाशी के दौरान उसके पास से अनेक फर्जी मुहरों के साथ कई जाली दस्तावेज और फर्जी नियुक्ति पत्र बरामद किए गए। तमाम छानबीन के बाद फर्जी अधिकारी को स्थानीय जीआरपी के हवाले कर दिया है।