दूसरी शादी कर रहा लड़का पहुंचा हवालात
पहले प्यार फिर इकरार, इजहार और शादी के बाद बेवफाई एक लड़के को महंगी पड़ गई।
बक्सर। पहले प्यार फिर इकरार, इजहार और शादी के बाद बेवफाई एक लड़के को महंगी पड़ गई। पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी रचाने को तैयार बैठे लड़के को पहली पत्नी की शिकायत पर स्थानीय पुलिस द्वारा तिलक मंडप से उठाकर हवालात में पहुंचा दिया गया। इसके बाद तिलक लेकर आए लोगो के कड़े विरोध के बाद लड़के के छोटा भाई को तिलक चढ़वाने के लिए राजी किया गया। जिससे परिवार की प्रतिष्ठा के साथ ही परिवार के अन्य सदस्य जेल जाने से बच गए।
ये किसी हिन्दी फिल्म की काल्पनिक कहानी नहीं, बल्कि ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के ओझवलिया का माजरा है। जहां के मोहन पांडेय का पुत्र दिलीप पांडेय दिल्ली में सिक्यूरिटी गार्ड की नौकरी करता था। वहीं, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर की सुधा कुमारी भी नौकरी करती थी। दो साल पूर्व दोनों में प्यार हुआ तो उन लोगों ने सारी बंदिशों को तोड़ एक साथ जीने-मरने की कसमें खाकर वहीं के आर्य समाज मंदिर में शादी के बंधन में बंध गए। लड़की का कहना है कि इस दौरान वह अपने पति के गांव भी आई। विगत छह माह पूर्व दोनों को एक लड़की हुई है। इसी बीच दिलीप अपने गांव आ गया। उसके बाद वह वापस दिल्ली नहीं गया और न ही हाल के कुछ दिनों से वह फोन पर ढंग से बात कर रहा था। तब तक चार दिन पहले उसे पता चला कि गांव में अपनी दूसरी शादी कर रहा है, तो उसके होश उड़ गए। वह अपने भाई के साथ ब्रह्मपुर थाने पर पहुंच शादी रूकवाने की गुहार लगाई। शाम को जब तिलक चढ़ाने की तैयारी चल रही था। तभी लड़की पुलिस के साथ दरवाजे पर पहुंच दिलीप की पत्नी होने का दावा ठोंक दिया। जिसके बाद चारों तरफ चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। शुरू में लड़का और परिजन शादी से इन्कार करते रहे। लेकिन, जब पुलिस लड़के के साथ परिजनों के साथ कड़ाई से पेश आने लगी तो सभी ने स्वीकार कर लिया। इधर, एक मामले का पटाक्षेप हुआ। तब तक दूसरी समस्या नियाजीपुर से दिलीप का तिलक चढ़ाने आए लोगो ने खड़ा कर दिया। लड़की वाले दान दहे•ा के साथ प्रतिष्ठा का हवाला देकर तिलक चढ़वाने का दबाव बनाने लगे। तब ग्रामीणों और पुलिस ने हस्तक्षेप कर लड़के के छोटे भाई जीतू पांडेय का तिलक चढ़ावा कर मामले का पटाक्षेप किया गया। मामले की पुष्टि थानाध्यक्ष डीएन ¨सह ने की है।