खाड़ी देश में फंसे हैं 120 भारतीय मजदूर
बक्सर। काम की तलाश में अपनी माटी को छोड़ खाड़ी देश पहुंचे मजदूर सउदी अरब में जाकर फंस
बक्सर। काम की तलाश में अपनी माटी को छोड़ खाड़ी देश पहुंचे मजदूर सउदी अरब में जाकर फंस गए हैं। पिछले तीन महीने से उन्हें न तो पगार मिली है और न ही खाने-पीने, रहने की उचित व्यवस्था मिल पा रहा है। अलबत्ता वहां के कंपनी के ठीकेदारों द्वारा मजदूरों की पिटाई भी की जा रही है। बिहार तथा यूपी के करीब 120 मजदूरों के साथ वहां फंसे अनुमंडल के नावानगर के धर्मेन्द्र कुमार ¨सह पिता कुंज बिहारी ¨सह तथा वासुदेवा के शिवबचन ¨सह पिता लाल बिहारी महतो ने व्हाट्सएप के जरिए दैनिक जागरण को अपनी आपबीती सुनाई है।
दोनों कामगारों का कहना है कि वे करीब डेढ़ वर्ष पहले यहां से काम की तलाश में मुंबई के मुंबई फाहयान इंटरनेशनल कंपनी के माध्यम से सउदी अरब पहुंचे। शुरु में तो कुछ दिन ठीकठाक बीता। लेकिन, इसके बाद कामगरों की मुश्किलें बढ़ऩी शुरु हो गई। धर्मेन्द्र ने बताया कि विदेश भेजने वाले दलाल सउदी जाने से पहले जिस तरह के काम तथा जितना पगार का लालच दिया था। वहां पहुंचने पर न तो वैसा काम कराया गया और न ही उचित पगार दिया गया। बल्कि जब वे वहां से आने की बात कहें तो उनका पासपोर्ट वीजा कंपनी द्वारा जब्त कर पगार बंद कर दी गई। दुबई में बचे पैसों के सहारे जैसे-तैसे ¨जदगी काट रहे मजदूर रोते हुए वहां से अपने देश में आने की गुहार लगा रहे हैं। शुक्रवार को ही दैनिक जागरण को अडियो तथा वीडियो भेज मजदूरों ने अपना दुखड़ा सुनाने के साथ ही यह भी बताया है कि वे लोग सउदी स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं। हद यह कि वहां फंसे सैकड़ों मजदूरों का सामान भी निकाल कर बाहर फेंक दिया गया है। इधर, पगार नहीं मिलने से उनकी हालत दिन प्रतिदिन खराब होते जा रही है। धर्मेन्द्र ने बताया कि मुंबई फाह्यान इंटरनेशनल कंपनी द्वारा अब भी यहां से मजदूरों को अवैध तरीके से सउदी भेजा जा रहा है।