मलई बराज पर छंटे धुंध के बादल
नावानगर(बक्सर) : कई दशक से लटकी जिले की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना मलई बराज के निर्माण पर धुंध के बादल
नावानगर(बक्सर) : कई दशक से लटकी जिले की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना मलई बराज के निर्माण पर धुंध के बादल तकरीबन छंट गये हैं। जल संसाधन विभाग ने इसके लिए निर्माण में अड़ंगा डाल रहे किसानों से बात कर ली है। बराज से जलग्रहण वाले क्षेत्रों के किसानों को मुआवजा देने का नीतिगत फैसला लिया गया है। विभाग के इस प्रस्ताव पर परियोजना के विरोध में खड़े किसान भी राजी हो गये हैं।
बताते चलें कि ढाई दशक से धूल फांक रही इस परियोजना पर पिछले दिनों उस समय विवाद गहरा गया था, जब परियोजना स्थल पर भूमि पूजन के दौरान कुछ किसानों ने अधिकारियों व किसानों पर हमला कर दिया था। विरोध में खड़े किसानों का कहना था कि बराज के बनने से उनके खेत डूब जायेंगे। इन किसानों को वैसे ग्रामीण भी अपने फायदे के लिए उकसा रहे थे, जिनका परियोजना के लिए पहले से भूमि अधिग्रहण हो चुका है और उसका मुआवजा भी दिया जा चुका है। परियोजना को लेकर विभाग काफी दबाव में है। जागो किसान समेत अन्य संगठनों के बैनर तले बक्सर के किसान लंबे समय से मलई बराज के निर्माण को संघर्षरत हैं। अगले सप्ताह जिले में संपर्क यात्रा के क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आ रहे हैं। विगत विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने मलई बराज के निर्माण का भरोसा दिलाया था। सिंचाई विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी प्रदीप कुमार सिन्हा ने बताया कि सरकार के निर्देश पर उन लोगों ने परमेश्वरपुर, बतासाह टोला, परमडीह व बभनौल अड्डा के किसानों से बात की है। बराज के बनने के बाद उसके जलग्रहण क्षेत्र में इन गांवों के सौ एकड़ खेत आयेंगे। इसकी रिपोर्ट मुख्यालय भेजी गयी है। इन खेतों का मुआवजा किसानों को प्रदान किया जायेगा। इसके लिए विभाग के आला अधिकारियों की संबंधित गांवों के किसानों से लंबी बातचीत हुई है। किसान मुआवजा की शर्तो पर निर्माण कार्य में अवरोधक नहीं बनने पर राजी हो गये हैं। नावानगर के किसान लालजी सिंह, गुड्डू सिंह, सत्येंद्र यादव व शारदा यादव ने बताया कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों व ग्रामीणों के बीच कई चरण की वार्ता हुई है। बैठक में विभाग का प्रतिनिधित्व कार्यपालक पदाधिकारी श्री सिन्हा के साथ सहायक अभियंता राजेश कुमार, रविकांत, धीरेन्द्र कुमार, कनीय अभियंता महेन्द्र कुमार, जितेन्द्र मंडल व राजेश गुप्ता कर रहे थे।