'हरि-हर' के जयघोष से गूंजा शहर
जागरण संवाददाता, बक्सर : भगवान वामन की जन्मस्थली व महर्षि विश्वामित्र की तपोस्थली पर शहर में पहली बा
जागरण संवाददाता, बक्सर : भगवान वामन की जन्मस्थली व महर्षि विश्वामित्र की तपोस्थली पर शहर में पहली बार हो रही 'अठारह पुराण सह हरिहरात्मक महायज्ञ' को लेकर शनिवार को सिद्धानाथघाट से कलश के साथ शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें हो रहे भगवान 'हरि-हर' के जयघोष से नगर का माहौल भक्तिमय हो गया। गाजे-बाजे के साथ निकली इस यात्रा में हाथी व घोड़ा आदि को शामिल किया गया था। जिसका नजारा देखते ही बनता था। यज्ञ के आयोजक ज्योर्तिविद बिहारी जी महाराज की अगुवाई में सिद्धनाथघाट से निकली शोभायात्रा अस्पताल रोड होते हुए मेन रोड पहुंची। फिर वहां से ठठेरी बाजार के रास्ते नगर थाना पहुंचकर रामरेखाघाट पहुंची। जहां वैदिक मंत्रोचार के बीच गंगा पूजन के पश्चात कलशों में जलाहरण किया गया। इसके बाद जयघोष करते हुए उसमें शामिल जल के साथ आयोजन स्थल पर पहुंचे तथा कलशों को यज्ञ मंडप में विश्राम दिए। यज्ञ की महता के बारे में बताते हुए श्री बिहारी जी महाराज ने कहा कि भगवान विष्णु व भगवान शंकर की एक साथ पूजन किया जाएगा। जबकि विद्वान आचार्यो द्वारा व्यास पीठ से अठारहो पुराणों के सारांश की व्याख्या की जाएगी। शोभायात्रा में आयोजन समिति के अध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेमचंद उपाध्याय, सूर्यप्रताप सिंह उर्फ ददन, नंदजी चौबे, मनोज शर्मा व मनोज उपाध्याय समेत काफी संख्या में पुरुष व महिला श्रद्धालु शामिल हुए।