जल ग्रहण क्षेत्रों में वर्षा से गंगा आबाद
जागरण संवाददाता, बक्सर : सूबे में बारिश के लिए भले ही टकटकी लगी है। परंतु जल ग्रहण क्षेत्रों में हुई बारिश से गंगा मइया प्रतिदिन आबाद हो रही हैं। लिहाजा गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है। आलम यह कि बुधवार को 15 बजे गंगा का जलस्तर बढ़ते हुए 53.230 मीटर के लेबल को छू लिया। जबकि, दो सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से पानी की बढ़ोतरी जारी है। हालांकि, पानी का स्तर चेतावनी बिन्दु से अभी काफी दूर है।
केन्द्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के अनुसार गंगा में पानी वृद्धि का सिलसिला 19 जुलाई को 18 बजे, यानि शाम 6 बजे से आधा सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से प्रारंभ हुआ। जिसका रफ्तार घटते-बढ़ते चार व पांच सेमी तक पहुंचा। पानी में बढ़ोतरी के चलते बाढ़ नियंत्रण विभाग ने तटबंध की सुरक्षा को चौकसी बढ़ा दी है। विभाग का दावा है कि बक्सर-कोइलवर तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है। हालांकि, तटबंध की कमजोर कड़ियों पर निगाह रखी जा रही है और बांध के दरार को बालू की बोरियों से पैक किया जा रहा है। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार 28 जुलाई को दो सेमी की दर से बढ़ते हुए 3 सेमी तक जा पहुंचा। जबकि 29 की रात एक बजे से चार सेमी तथा आठ बजे सुबह तक पांच सेमी प्रति घंटे का रफ्तार पकड़ लिया था। परंतु 30 जुलाई को वृद्धि दर में कमी होते हुए दो सेमी की रफ्तार से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। 50.600 मीटर पर ठहरा गंगा का जलस्तर 19 से बढ़ना शुरू हुआ था। बताते चलें कि पिछले साल जिले में गंगा का रौद्र रूप देखने को मिला था और दियारा के सभी गांव डूब गये थे। शहर के कई मोहल्ले भी जलमग्न हो गये थे। तब, अगस्त के पहले सप्ताह में बाढ़ का कहर शुरू हुआ था। पिछले साल हुए नुकसान को देखते हुए जिला प्रशासन इस बार सतर्क है। केंद्रीय जल आयोग से जलस्तर की नियमित रिपोर्ट ली जा रही है।