'इंद्रदेव' से दुखी किसानों को 'इंद्रपुरी' से राहत
जागरण संवाददाता, बक्सर : मानसून के दौरान अभी तक इंद्रदेव का हृदय न पिघलने से परेशान किसानों के लिए राहत भरी खबर है। सोन नदी से इंद्रपुरी बराज में पानी की आमद हो गई है और उससे नहरों के लिए पानी छोड़ा जाने लगा है। लिहाजा सूखे पड़े खेतों की प्यास बुझने की उम्मीद जग गई है।
हालांकि, नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुंचने में अभी तीन-चार दिन समय लगने की संभावना है। इंद्रपुरी बराज में पर्याप्त पानी आते ही सिंचाई व नहर विभाग ने अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है और दिन-रात नहरों पर दौड़ कर जल्द से जल्द टेल इंड तक पानी पहुंचाने का फरमान दिया है।
सूत्रों के मुताबिक बक्सर के खेतों में सिंचाई के लिए सोन नहर प्रमंडल अंतर्गत जयनगरा लाक से पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति शुरू कर दी गई है। नहर की रूपांकन क्षमता 1600 क्यूसेक के बदले 1695 क्यूसेक पानी मिल रहा है। जिसे नहरों के अंतिम छोर तक पहुंचा कर पटवन कराने में पदाधिकारियों की टीम जुट गई है। इसी तरह गंगा पंप नहर चौसा प्रमंडल को भी पर्याप्त मात्रा में पानी मिल गया है।
सोन नहर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार ने बताया कि अब नहर में पानी की समस्या नहीं रही। भरपूर मात्रा में पानी की उपलब्धता हो गई है। बस इसे जल्द से जल्द टेल-एंड पहुंचाने की चुनौती है। विभागीय अभियंताओं को टेल इंड तक पानी पहुंचाने की हिदायत दे रणनीति पर अमल शुरू कर दी गई है। जिसके तहत सभी पदाधिकारी नहरों पर कैंप कर रहे हैं।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि तीन दिनों अंदर सभी नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुंचा दिया जाएगा। बताते चलें कि अभी तक मानसून का साथ न मिलने से धान की रोपनी बुरी तरह से प्रभावित है। रोपनी का अंतिम समय निकल रहा है और बीस फीसदी खेतों में ही रोपनी हो सकी है।