कार्यशाला में तंबाकू से बचाव को दी गईं जानकारियां
भोजपुर । विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर समाहरणालय के सभागार में इसके सेवन से होने वाल
भोजपुर । विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर समाहरणालय के सभागार में इसके सेवन से होने वाले दुष्परिणामों तथा जनजागरूकता के उद्देश्य से एक कार्यशाला का आयोजन सिविल सर्जन डा. एस.के.अमन की अध्यक्षता में किया गया। कार्यशाला में सिविल सर्जन ने कहा कि तंबाकू का सेवन किसी भी रूप में हमारे लिए, समाज के लिए तथा देश के लिए घातक है। तंबाकू को छोड़ने के लिए लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करना तथा इससे होने वाले घातक बीमारियों के बारे में बताना आवश्यक है। कार्यशाला में बताया गया कि शिक्षण संस्थानों, सार्वजनिक स्थलों यथा रेलवे स्टेशन, बस पड़ाव, सामुदायिक भवन, रेस्टोरेन्ट, हाट बाजार, कार्यालय इत्यादि जगहों पर तंबाकू का प्रयोग वर्जित है। परंतु इसके बावजूद सार्वजनिक स्थलों पर तंबाकू का उपयोग लोग कर रहें है, जिसकी रोकथाम हेतु हमें अभियान स्तर पर लोगों को जागरूक करना होगा। शिक्षण संस्थानों के 100 गज के दायरे में तंबाकू बेचना दंड़नीय अपराध है। उल्लंघन करने पर तंबाकू नियंत्रण अधिनियम (कोटपा) 2003 की घारा 6(बी) के तहत 200 रुपये तक जुर्माना हो सकता है। तंबाकू पीने से कैंसर, फेफड़े से संबंधित बीमारी, हृदय एवं रक्त संबंधी बीमारी, नपुंसकता आदि घातक बीमारी हो सकती है। भारत में तंबाकू सेवन से प्रतिवर्ष 40 लाख लोग फेफड़े से संबंधित रोगों से पीड़ित होते हैं। बिहार में 66.02 प्रतिशत पुरूष तथा 40.01 प्रतिशत महिलाएं तंबाकू का सेवन करते हैं। कार्यशाला में शभू नाथ झा, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी द्वारा तंबाकू निषेध को जन जागरूकता पर बल देते हुए इसका अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करने का आश्वासन दिया गया। डा. बीके शुक्ला, फिजिशियन द्वारा तंबाकू के दूरगामी, सामाजिक शारीरिक दुष्प्रभाव हो रहें है। डा. अर्पणा झा संचारी रोग विशेषज्ञ, डा. मधुकर प्रकाश शिशु रोग विशेषज्ञ, डा. प्रमोद कुमार रमन, डा. प्रतीक डेंटल सर्जन, अशोक मानव समाजसेवी, कृष्णा जी सहित अन्य वक्ताओं ने तंबाकू को छोड़ने हेतु लोगों को प्रेरित करने तथा जन जागरूकता चलाने का आश्वासन देते हुए तंबाकू से हर हाल में छुटकारा पाने का आह्वान किया।
कार्यशाला में बताया गया कि जिला, अनुमंडल, तथा प्रखंड स्तर पर छापेमारी दल का गठन किया गया है। जिसके अध्यक्ष जिला स्तर पर जिला पदाधिकारी, अनुमंडल स्तर पर अनुमंडल पदाधिकारी तथा प्रखंड स्तर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी हैं। कार्यशाला का संचालन डा. प्रतीक ने व धन्यवाद ज्ञापन जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा किया गया। कार्यशाला में चिकित्सक, समाजसेवी, बुद्धिजीवी वर्ग, स्वास्थ्य कर्मी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।