श्रीविधि से धान की खेती करने से कतरा रहे किसान
भोजपुर । श्रीविधि पद्धति से धान की खेती कराने के लिए किसानों को तैयार कराना कृषि विभाग के
भोजपुर । श्रीविधि पद्धति से धान की खेती कराने के लिए किसानों को तैयार कराना कृषि विभाग के लिए गले की फांस बन गया है। अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लाख मनुहार के बावजूद शाहपुर के किसान कृषि विभाग के दिशानिर्देशों के अनुरूप धान की खेती श्रीविधि के तहत करने से कतरा रहे हैं। इसका मुख्य कारण है कि प्रखंड के किसानों को पिछले वर्ष के खरीफ और इस वर्ष का रबी का डीजल अनुदान का फूटी कौड़ी किसानों को नहीं मिल सका है। वही किसानों द्वारा अपनी राशि खर्च कर खरीदी गई गेहूं, चना सहित अन्य फसलों के बीज के अनुदान की राशि के लिए किसानों को दो वर्षो से कार्यालयों का चक्कर काट रहे हैं। इस बार कृषि विभाग द्वारा धान की खेती श्रीविधि के माध्यम से कलस्टर में लगानी है। परंतु विभागीय अधिकारी को उक्त योजना के लिए सामूहिक रूप से खेती करने के लिए ढूंढे़ नहीं मिल रहे हैं। स्थिति यह है कि अपने पैसे खर्च कर डीलर से सामग्री खरीदकर खेती करने और अनुदान की राशि बाद में मिलने की बात सुनते ही किसान भड़क जाते। किसानों का हाल दूध का जला छाछ फूंक कर पीने वालों के जैसा हो चुका है। किसानों की माने तो खरीफ के फसलों एवं श्रीविधि से धान की रोपाई के लिए बीज तभी उठेगा और कलस्टर में लगेगा जब बीज उठाव के साथ-साथ अनुदान की राशि भी किसानों को मिले अन्यथा कृषि विभाग अपना बीज को लगवाने के लिए सरकारी जगह ही देख ले।