दो घंटे तक रणक्षेत्र में तब्दील रहा जीरो माइल बाइपास
जागरण संवाददाता,आरा : उदवंतनगर थाना के जीरो माइल बाइपास का इलाका सड़क दुर्घटना में इंदिरा आवास सहायक
जागरण संवाददाता,आरा : उदवंतनगर थाना के जीरो माइल बाइपास का इलाका सड़क दुर्घटना में इंदिरा आवास सहायक मनीष कुमार की मौत को लेकर करीब दो घंटे तक रणक्षेत्र में तब्दील रहा। पुलिस ने एक बार तो ट्रक को जलने से बचा लिया, लेकिन दूसरी बार वे सब असफल हो गये और फिर ट्रक धूधू कर जल उठा। इसके बाद पुलिस का भी सब्र का बांध टूट गया और जब पुलिस ने खदेड़ने का प्रयास किया तो भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद भगदड़ मच गयी। अंतत: पुलिस को लाठी चार्ज का सहारा लेना पड़ा। ट्रक में लगी आग को बुझाने के लिए जवानों ने सड़क किनारे रखे बालू को फेंकना शुरू कर दिया लेकिन आग की लपटें इतनी तेज दी थीं कि ट्रक का अगला हिस्सा पूरी तरह जल कर बर्बाद हो गया। हालांकि बाद में दमकल भी वहां पहुंच गया। यह सिलसिला सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे से लेकर डेढ़ बजे तक चलता रहा। स्थिति को देख पुलिस अधीक्षक नवीन चन्द्र झा, एएसपी अभियान मो.साजिद, एडीएम सुरेन्द्र प्रसाद सिन्हा, डीसीएलआर कृष्ण मोहन सिंह तथा डीएसपी विनोद राउत समेत दो थानों की पुलिस को वहां पहुंचना पड़ा।
जवानों को निकालना पड़ा पिस्टल :
जीरो माइल के पास स्थिति इस कदर भयावह हो गई थी कि क्रास मोबाइल के जवानों को डराने के लिए पिस्टल तक बाहर निकालना पड़ा। लेकिन आलम यह था कि भीड़ पुलिस से उलझने तक को तैयार थी। जिसका परिणाम हुआ कि भीड़ ने ट्रक को आग के हवाले कर दिया।
बड़े बेटे के वियोग में मां का रो-रोकर बुरा हाल
आरा : हादसे का शिकार मनीष अपने मां-बाप का बड़ा संतान था। मूल रूप से बिहियां थाना क्षेत्र के घाघा गांव निवासी आर्मी से रिटायर सुदामा ठाकुर का परिवार
करीब दस-बारह साल से अनाईठ में मकान बनाकर रहता है। आर्मी से रिटायर होने के बाद सुदामा ठाकुर सैप में बहाल हो गये । उनका बड़ा बेटा मनीष जगदीशपुर प्रखंड में इंदिरा आवास सहायक के पद पर कार्यरत था। जबकि दो अन्य बेटे अनीष और सुगढ़ू अभी पढ़ाई करते है। शुक्रवार की दोपहर जैसा ही मां मिथलेश देवी को बड़े पुत्र मनीष के मरने की खबर मिली तो उस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और वह पुत्र के वियोग में बिलखने लगी।
पिता को फोन से मिली बेटे के मरने की सूचना
आरा : मुजफ्फरपुर में सैप में तैनात सुदामा ठाकुर को बड़े बेटे मनीष के मरने की सूचना मोबाइल पर दी गयी। जिसके बाद वे घर के लिए चल पड़े। घटना की सूचना मिलते ही सगे-संबंधियों का तांता सदर अस्पताल से लेकर अनाईठ स्थित आवास पर लगा रहा। शव पहुंचते ही पूरे मुहल्ले का माहौल गमगीन हो गया।