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मानवीय मूल्यों में गिरावट से महिलाओं पर हिंसा बढ़ी

जासं, आरा : आक्सफैम इंडिया के सहयोग से यथार्थ एवं राष्ट्रीय सेवा योजना, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय

By Edited By: Published: Sat, 20 Dec 2014 11:23 AM (IST)Updated: Sat, 20 Dec 2014 11:23 AM (IST)
मानवीय मूल्यों में गिरावट से महिलाओं पर हिंसा बढ़ी

जासं, आरा : आक्सफैम इंडिया के सहयोग से यथार्थ एवं राष्ट्रीय सेवा योजना, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय द्वारा महिला हिंसा रोकने हेतु 'उड़ान' युवा महोत्सव का आयोजन वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुये डा. प्रसुंजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मानवीय मूल्यों के गिरावट के कारण महिलाओं पर हिंसा बढ़ी है। इसको रोकने के लिये परिवार व समाज में अनुशासन एवं चरित्र निर्माण होना आवश्यक है। शिक्षा के स्तर में बढ़ोतरी से भी महिलाओं का सम्मान समाज में बढ़ेगा। डा. रमेन्द्र नारायण ने कहा कि महिला हिंसा के अंतर्गत महिलाओं के साथ शारीरिक, भावनात्मक, आर्थिक हिंसा एवं मौखिक हिंसा प्राय: नजर आता है। इसको रोकने के लिये युवाओं को आगे आना होगा। मंच संचालन करते हुये यथार्थ के सचिव भास्कर मिश्र ने कहा कि समाज की वर्तमान स्थिति को बदलने के लिये युवाओं को प्रतिबद्धता के साथ कार्य एवं पहल करना होगा। श्वेता कुमारी ने कहा कि आज की महिलाओं को भी सामान्य तौर पर संघर्षशील जीवन जीना पड़ता है। अमित कुमार ने कहा कि प्राचीन काल से भी ज्यादा बुरी स्थिति अभी की महिलाओं की है। राजेश कुमार ने कहा कि कानून की कड़ाई से लागू नही ंहोने के कारण महिला हिंसा में वृद्धि हुई है। सुमन कुमारी ने कहा कि दहेज के कारण भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हिंसा होती है। सुनिता कुमारी ने कहा कि महिला का भी महिला का दुश्मन होना भी हिंसा में बढ़ोतरी का कारण है। रविशंकर सिंह ने कहा कि समाज का जागरूक न होना मूल कारणों में है। कृतांत कुमार ने कहा कि पाठ्यक्रम में महिला हिंसा रोकने संबंधी बातें होनी चाहिए। रौशन प्रवीण ने कहा कि बाल विवाह, पाश्चात्य सभ्यता के नकल आदि के कारण भी महिला हिंसा बढ़ी है। आगत अतिथियों का स्वागत अमितेष कुमार सिंह, विषय प्रवेश गुंजेश शरण एवं धन्यवाद ज्ञापन संजय कुमार सिंह ने किया। नारा लेखन प्रतियोगिता में प्रतिमाश्री, तरन्नुम कौसल एवं महेन्द्र क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रहे। इन्हें ट्राफी एवं प्रमाण पत्र दिया गया।


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