मनुष्य के अविवेक से दूषित हो रही गंगा : तापस
जागरण संवाददाता, आरा : गंगा की रक्षा व उसकी सहायक नदियों को स्वच्छ रखने के लिए गंगा के दोनों तटों पर
जागरण संवाददाता, आरा : गंगा की रक्षा व उसकी सहायक नदियों को स्वच्छ रखने के लिए गंगा के दोनों तटों पर स्थित जनपदों के लोगों में चेतना जगाने के उद्देश्य से गोमुख से गत 28 सितंबर को शुरू साइकिल रैली आरा पहुंची। दिवाकर मेमोरियल एक्सप्लोरर्स फाउण्डेशन, कोलकाता के बैनर तले निकाली गयी इस रैली का स्थानीय जे.पी.स्मारक के पास जय प्रकाश स्मारक समिति और जन मुक्ति संघर्ष वाहिनी के संयुक्त तत्वावधान में स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता संपादक तापस दास और शमीम आरवी ने संयुक्त रूप से की। इस अवसर पर अपने अभियान पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गत 28 सितंबर से गोमुख से शुरू यह साइकिल रैली आगामी 11 नवम्बर को गंगा सागर के समीप पहुंचकर समाप्त हो जायेगी। 2525 किलो मीटर की यात्रा के दौरान नाटक, गीत, आवृत्ति, मुकाभिनय, मैजिक, एनीमेशन, स्लाइड शो आदि के माध्यम से गंगा के प्रदूषण के कारणों और निवारण के उपाय पर प्रकाश डाला जा रहा है। साथ ही इस विषय पर अविलंब तत्पर होने के लिए स्थानीय दायित्व प्राप्त संस्थाओं से निवेदन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मनुष्य के अविवेकजन्य व्यवहार के कारण गंगा अत्यंत दूषित हो गयी है। नदी के तटवर्ती कल-कारखानों और जनपदवासियों के दुर्गन्धित उत्सर्जी पदार्थो के जल में निर्बन्ध छोड़े जाने के कारण आज गंगा पृथ्वी की सबसे अधिक प्रदूषित नदी बन गयी है। नदी के तटवर्ती 116 नगरों का जल प्रतिदिन गंगा में आकर जमा होता है। इसमें 80 प्रतिशत मनुष्यों का और 20 प्रतिशत कल-कारखानों का वर्जनीय पदार्थ होता है। उन्होंने बताया कि डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्धारित मात्रा से 2800 गुना से अधिक कोलीफार्म वैक्टेरिया इस जल में रहते हैं। इससे नदी तट पर रहने वाले लोगों में हैजा, टायफाइड, हेपटाइटिस, डायरिया आदि रोगों को फैलाने में सहायक होता है। स्वागत के कार्यक्रम में स्वागत भाषण समिति के सचिव सुशील कुमार और मंच संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी अशोक मानव ने किया।