पर्यावरण की रक्षा का बच्चों ने लिया संकल्प
जासं, आरा: डीबीएम हेरिटेज एकेडमी, रामापुर सनदिया में दीपावली का त्योहार पारंपरिक तरीके से मनाने तथा
जासं, आरा: डीबीएम हेरिटेज एकेडमी, रामापुर सनदिया में दीपावली का त्योहार पारंपरिक तरीके से मनाने तथा पर्यावरण की रक्षा को पटाखे नहीं छोड़ने का संकल्प बच्चों ने लिया। बच्चों के बीच जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुये डा.उदय नारायण सिन्हा ने कहा कि पटाखों के शोर से मानसिक तनाव पैदा होता है जो कई बीमारियों को जन्म देता है। अत्यधिक शोर उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रोल में वृद्धि तथा हृदय रोग का कारण बनता है। वृद्ध, बीमार और नवजात शिशुओं को तेज धमाके बर्दाश्त नहीं होते हैं। वरीय सामाजिक कार्यकर्ता एवं मुख्य अतिथि विजय कुमार सिंह ने कहा कि केवल दिल्ली शहर में दीपावली के दिन चार हजार मीट्रिक टन अतिरिक्त कचरा पैदा होता है। इससे पूरे देश की स्थिति का आंकलन किया जा सकता है। जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य सुधा शंकर तिवारी ने कहा कि पटाखा निर्माण में बाल श्रमिकों का शोषण होता है। पटाखा निर्माण में शोरा, गंधक, कोयला, नाइट्रेट, बेल्जियम, नाइट्रेट, आयरन, डेकस्टोन जैसे स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के दुश्मन रसायनों का प्रयोग होता है। अत: हमें इनसे दूर रहना चाहिए। निदेशक सत्येन्द्र उपाध्याय ने बच्चों को आह्वान किया कि वे इस बात का शपथ लें कि वे पटाखों एवं फुल झड़ियों का न्यूनतम प्रयोग करेंगे। प्राचार्य भास्कर मिश्र ने बच्चों से अनुरोध किया कि मिट्टी के दीपों का प्रयोग करें। वातावरण को प्रदूषण से बचाने हेतु हम सब को सामूहिक प्रयास करना होगा। आगत अतिथियों का स्वागत मनोज कुमार यादव, धन्यवाद ज्ञापन मधु श्रीवास्तव एवं मंच संचालन चंद्रभूषण मिश्र ने किया। इस अवसर पर रीता देवी, मीनू सिंह, सुबोध पाण्डेय, मनीष वर्मा, बिहारी मिश्र, प्रेम उपाध्याय, सुशील दूबे, हरेकृष्ण उपाध्याय, रीता देवी सहित विद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।