गांधी के संघर्ष से मिली आजादी
'गांधी के सपनों का भारत व कांग्रेस का योगदान' विषय पर सेमिनार जासं,आरा: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी
'गांधी के सपनों का भारत व कांग्रेस का योगदान' विषय पर सेमिनार
जासं,आरा: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती की पूर्व संध्या पर स्वतंत्रता सेनानियों, कांग्रेजसनों व बुद्धिजीवियों द्वारा 'गांधी के सपनों का भारत एवं कांग्रेस का योगदान' विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डा. शशि कुमार सिंह के नेतृत्व में जैन कालेज के पूर्वी गेट के समीप स्थित कैंप कार्यालय में सेमिनार आयोजित था। अध्यक्षता वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी द्वारिका नाथ पाण्डेय ने तथा धन्यवाद ज्ञापन स्वतंत्रता सेनानी मोहन लाल आर्य ने किया। सेमिनार को संबोधित करते हुये डा. शशि कुमार सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने नेतृत्व एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संघर्ष के कारण देश को आजादी मिली। स्वतंत्र भारत के लिये गांधी जी के सपने थे। 'पंचायती राज व्यवस्था' 'ग्रामोद्धार' जिसे पुरा करने में कांग्रेस ने सफलता प्राप्त की। भारत में त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था लागू हुआ। साथ ही गांवों के लिये कई योजनाओं यथा 'मनरेगा', 'ग्रामीण स्वास्थ्य योजना', 'ग्रामीण विद्युतीकरण', 'मध्याह्न भोजन', 'खाद्य सुरक्षा अधिनियम' को क्रियान्वित कर कांग्रेस ने गांवों में रहने वाले गरीब से गरीब तथा अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचा कर महात्मा गांधी के सपने को पुरा करने में सफलता प्राप्त की। सेमिनार में स्वतंत्रता सेनानियों ने कहा कि हमने गांधी एवं कांग्रेस के नेतृत्व में स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी और हम आजाद हुये। संगोष्ठी को संबोधित करने वाले प्रमुख लोगों में स्वतंत्रता सेनानी द्वारिका नाथ पाण्डेय, राम नारायण प्रसाद, मोहन लाल आर्य, भरत प्रसाद, अशोक कुमार सिंह, किशोर केशरी, डा. वी.एन.सिंह, डा. निर्मल कुमार सिंह, जितेन्द्र शर्मा, परशुराम सिंह सिग्रीवाल, प्रेम प्रकाश पाण्डेय, डा. कुमार कौशलेन्द्र, सुनिल कुमार, डा. मनोज कुमार द्विवेदी, प्रो. हरेन्द्र सिंह, प्रो. अरुण कुमार सिंह, अजय कुमार, शंकर सोनी, आदित्य कुमार, सुमन कुमार, कुमार चौरसिया, श्री प्रकाश आदि थे।