बाढ़-कटाव व प्रदूषण से मुक्त करे गंगा को
जासं,आरा : धार्मिक मान्यताओं के अलावे कई अन्य कारणों से पवित्र और मोक्षदायिनी गंगा की अविरलता और निर
जासं,आरा : धार्मिक मान्यताओं के अलावे कई अन्य कारणों से पवित्र और मोक्षदायिनी गंगा की अविरलता और निर्मलता जन मानस के लिये महत्वपूर्ण विषय बनी हुई है। जबकि प्रदूषण, बाढ़ व कटाव के कारण यह कई बार प्रलयकारी भी साबित हो रही है। उक्त आशय की जानकारी श्री कृष्ण चेतना समिति के सभागार में बिहार प्रदेश किसान संगठन द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी गयी। सम्मेलन को संबोधित करते हुए किसान संगठन के जिला संयोजक शंकर तिवारी, डा. हरेन्द्र सिंह तोमर व राम सकल सिंह भोजपुरिया ने बताया कि बिहार में लगभग 500 किमी तक फैली गंगा पानी बिहार को भी मिलना चाहिए। जबकि शहरीकरण एवं औद्योगिकरण से प्रदूषित हो रहे गंगा जल की सुरक्षा भी जरूरी है। इस बाबत आगामी 6 अक्टूबर को उपरोक्त विषयों पर गंभीर विमर्श को नागरी प्रचारिणी सभागार में एक संगोष्ठी आयोजित की जायेगी। जिसमें राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के कई विषय विशेषज्ञ शामिल होंगे। इस मौके पर डा. रघुवर चंद्रवंशी, अभिमन्यू सिंह, ओम प्रकाश यादव, बुटन यादव आदि उपस्थित थे।