विदाई के पहले ही जिदंगी से विदा हो गई कंचन
जागरण संवाददाता,आरा: टाउन थाना क्षेत्र अन्तर्गत रौजा मुहल्ला में घटित एक महिला समेत उसके दो पुत्रों की हत्या की घटना का मामला स्थानीय पुलिस के लिए अभी तक पहेली बना हुआ है। तीनों की मौत जहर खिलाने से हुई अथवा स्वयं जहर खाने से यह सवाल पुलिस के लिए काफी पेचिदा बना हुआ है। जिसकी गुत्थी सुलझाने में स्थानीय पुलिस लगी हुई है। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बड़का डुमरा गांव निवासी विद्यासागर यादव की शादी वर्ष 2007 में कौशिक दुलारपुर गांव निवासी लाल बहादुर यादव की पुत्री कंचन कुमारी से हुई थी। शादी के इन सात सालों में दंपति को दो पुत्रों की प्राप्ति हुई थी। जिसका नाम शिवम कुमार तथा सुमन कुमार था। इधर बताया जा रहा कि कंचन देवी के पिता लाल बहादुर यादव व मां बबीता देवी वर्तमान में रौजा मुहल्ला में किराये के एक मकान में रहते हैं। रक्षा बंधन के त्योहार को लेकर आठ अगस्त को कंचन देवी अपने दोनों पुत्रों को लेकर अपने मायके में आयी हुई थी। टाउन इस्पेक्टर पी.के झा ने बताया कि मृतका के पिता और मां दोनों फरार है। उनके पकड़े जाने के बाद सारी सच्चाई सामने आ जायेगी।
उजड़ गई विद्यासागर की हंसती-खेलती दुनिया
आरा,जासं: पत्नी कंचन देवी समेत दो पुत्रों की हत्या के बाद बड़का डुमरा गांव निवासी विद्यासगार की हसती-खेलती दुनिया पूरी तरह उजड़ गई है। विद्यासागर के अनुसार रक्षा बंधन के बाद 16 अगस्त को वह अपनी पत्नी को विदा कराने के लिए रौजा मुहल्ला स्थित आवास पर आया हुआ था। लेकिन सास और ससुर यह कहकर विदाई नहीं किये कि तीन-चार दिन के बाद जायेगी। मृतका के पति विद्यासागर यादव को उस दौरान आशंका हुई जब वह अपनी बीवी से पुन: मिलने 21 अगस्त को रौजा मुहल्ला स्थित आवास पर आया हुआ था, लेकिन घर में ताला बंद था।