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प्राचार्यो को दी गयी आईसीआर फार्म भरने की जानकारी

By Edited By: Published: Thu, 31 Jul 2014 06:42 PM (IST)Updated: Thu, 31 Jul 2014 06:42 PM (IST)
प्राचार्यो को दी गयी आईसीआर फार्म भरने की जानकारी

जागरण संवाददाता,आरा : गुरुवार को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के सभी अंगीभूत कालेजों के प्राचार्यो की बैठक मुख्यालय स्थित सभागार में हुई। बैठक की अध्यक्षता वीकेएसयू के कुलपति डा.अजहर हुसैन ने की। बैठक में भाग लेने पहुंचे प्राचार्यो को आईसीआर फार्म भरे जाने की जानकारी एक्सपर्ट के जरिये दी गयी। प्राचार्यो से परीक्षकों की सूची यथाशीघ्र भेजने का निर्देश दिया गया। परीक्षक बनाने में विभागीय नियमों का पालन करने की बात कहीं गयी। बताया कि एफलिएटेड कालेजों में उन्हीं को परीक्षक बनाया जाये, जिन्हें कालेजों में सरकार द्वारा भेजी गयी अनुदान की राशि मिलती हो। वही परीक्षा फार्म भरने में होने वाली समस्याओं पर प्राचार्यो ने अपनी-अपनी राय रखी। परीक्षा फार्म भरने के दौरान हर हाल में 75 प्रतिशत उपस्थिति का पालन करने की निर्देश भी जारी किया गया। वहीं दूसरी ओर वीकेएसयू के एफलिएटेड कालेजों के प्राचार्यो की बैठक भी हुई। बैठक में आन लाइन परीक्षा फार्म भरने से लेकर 75 प्रतिशत उपस्थिति पर जोर दिया गया। इस अवसर पर प्रति कुलपति डा.लीलाचंद साहा, कुलसचिव मनोज कुमार, महाविद्यालय निरीक्षक विभाष कुमार यादव समेत तमाम कालेजों के प्राचार्य उपस्थित थे।

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कई विषयों के शोध परिषद की हुई बैठक :

आरा : गुरुवार को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कई स्नातकोत्तर विषयों की शोध परिषद की अलग-अलग बैठक हुई। स्नातकोत्तर प्राकृत एवं जैनशास्त्र शोध परिषद की बैठक सुबह 11 बजे सभागार हाल में कुलपति डा.अजहर हुसैन की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विषय विशेषज्ञ के रूप में प्राकृत जैनशास्त्र एवं अहिंसा शोध संस्थान वैशाली के प्राध्यापक प्रो.मंजूबाला उपस्थित हुई। इस अवसर पद दस शोघ छात्रों के आवेदन पत्र स्वीकार किये गये। इस दौरान डा.विश्वनाथ चौधरी समेत कई लोग उपस्थित थे। वही संस्कृत व दर्शनशास्त्र विषय के पीजीआरसी की हुई बैठक में कई शोध पत्र स्वीकार किये गये। दर्शनशास्त्र में प्राप्त हुए शोध पत्रों को अनुमोदन करने के लिए विभाग में ही दर्शनशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.के.के.सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। श्री सिंह ने बताया कि कुल पांच शोघ पत्र स्वीकृत किये गये। अर्थशास्त्र विषय की पीजीआरसी की हुई बैठक में भी कुल 26 शोघ पत्र सुधार करते हुए स्वीकृत किये गये। बैठक में विभागाध्यक्ष डा.राघवेन्द्र प्रताप सिंह, कुलानुशासक डा.सत्यनारायण सिंह समेत कई लोग उपस्थित थे। इधर पीएमआईआर विषय के शोध पत्र को स्वीकृत करने को लेकर भी पीजीआरसी की बैठक हुई।

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हर हाल 75 उपस्थिति अनिवार्य

आरा : गुरुवार को स्नातकोत्तर प्राकृत एवं जैनशास्त्र विभाग में कक्षाओं में 75 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति सुनिश्चित कराने को लेकर बैठक अभिभावकों के साथ बैठक हुई। बैठक में प्रति कुलपति डा.लीलाचंद साहा व छात्र कल्याण पदाधिकारी डा.के.एम.सिंह भी शामिल हुये। इस अवसर पर पठन-पाठन नियमित करने व हर हाल में 75 फीसद उपस्थिति अनिवार्य करने पर जोर दिया गया। बैठक की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डा.विश्वनाथ चौधरी ने की। इस मौके पर डा.दूधनाथ चौधरी, बलीन्द्र प्रसाद, राघवेन्द्र नारायण चौरसिया, डा.सत्यनारायण समेत काफी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।

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प्रकाश चंद्र दुबे बने सीसीडीसी

आरा : वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के अब नये सीसीडीसी होंगे प्रकाश चंद्र दुबे। इस आशय की अधिसूचना गुरुवार को कुलसचिव कार्यालय से जारी कर दी गयी। जारी अधिसूचना के अनुसार श्री दूबे जैन कालेज में दर्शन शास्त्र विभाग में प्राध्यापक है। गौरतलब है कि सीसीडीसी का कार्यकाल दो वर्ष के लिये होता है। इस पद पर कार्यरत समीर कुमार वर्मा का कार्यकाल पर बहुत पहले समाप्त हो गया था। ये सेवा विस्तार पर चल रहे थे। समीर कुमार वर्मा को उनके पद पर जैन कालेज में वापस कर दिया गया। अब जैन कालेज में श्री वर्मा वनस्पति शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष होंगे।

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डा.जमील अख्तर बने लीगल पदाधिकारी

आरा : वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के लीगल पदाधिकारी के पद पर परीक्षा विभाग में कोआर्डिनेटर के पद पर कार्यरत डा.जमील अख्तर की नियुक्ति की गयी है। इसकी अधिसूचना कुलसचिव कार्यालय से जारी की गयी है। इस पद पर कार्य कर रहे मिथलेश पाण्डेय को उनके मूल कालेज में वापस भेज दिया गया है।

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राशि गबन के मामले पर चर्चा :

आरा : बिंदेश्वरी दुबे महाविद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक उषा कुंवर की अध्यक्षता में प्राचार्य कक्ष में हुई। बैठक में हटाये गये प्राचार्य द्वारा उत्पन्न विवाद पर विस्तार से चर्चा की गयी। बीए भाग एक के छात्र-छात्राओं का परीक्षा फार्म नहीं भरे जाने के लिये प्राचार्य को दोषी ठहराया गया। इस अवसर पर कई लोग उपस्थित थे।


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