भागलपुर-रांची एक्सप्रेस पर हो सकता है प्रयोग
भागलपुर । भागलपुर-देवघर रेलरूट चालू होने के बाद झारखंड और कोलकाता जाने-आने वाले या˜ि
भागलपुर । भागलपुर-देवघर रेलरूट चालू होने के बाद झारखंड और कोलकाता जाने-आने वाले यात्रियों के उम्मीदों के पंख लग गए हैं। देर-सबेर यह रूट इन दोनों राज्यों को जोड़ने वाला मुख्य रूट होगा, ऐसा लोगों का मानना है। रेलवे भी भागलपुर से नई संभावनाओं को भी टटोलने लगा है।
यूं तो डीआरएम मोहित सिन्हा ने कहा कि तत्काल कोई नई ट्रेन का प्रस्ताव नहीं है, पर साथ ही उन्होंने जोड़ा कि जब रूट बन गया तो धीरे-धीरे ट्रेनें भी चलेंगी। डीआरएम के इस संकेत के मायने निकाले जा रहे हैं। रेलवे सूत्रों के अनुसार इस रूट को विकसित रूट बनाने को लेकर काफी पहले से मंथन चल रहा है। संभावनाएं अनंत हैं। भागलपुर से जमशेदपुर और धनबाद के पैसेंजर ठीक-ठाक होते हैं। भागलपुर वासियों के जरूरत के हिसाब से यहां से जमशेदपुर के लिए सीधी ट्रेन दी जानी चाहिए। हालांकि सूत्रों ने कहा कि नई ट्रेन को चलाने को लेकर वर्तमान रेलमंत्री का रुख बहुत लचीला नहीं है, ऐसे में भागलपुर से चलने वाली कुछ ट्रेनों के रूट बदलने की संभावना तलाशी जा रही है। प्रयोग के तौर पर भागलपुर-रांची एक्सप्रेस वाया किउल का तीन दिनों तक रूट बदलने पर बहुत तेजी से विचार किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो किउल-जसीडीह रेल का मुख्य मार्ग है, इसमें ट्रेनों की कोई कमी भी नहीं है। दूसरे भागलपुर-रांची एक्सप्रेस किउल से वैसे यात्री ही सफर करना पसंद करते हैं जिन्हें अन्य ट्रेनों में सीट न मिला हो। ऐसे में भागलपुर देवघर रूट से कम से कम तीन दिनों तक इसे चलाकर इस मार्ग के यात्रियों को सुविधा दी जा सकेगी। दूसरे भागलपुर से जसीडीह के आगे तक जाने-आने वाले यात्रियों का कम से कम दो घंटे समय भी बचेगा। इधर, संभावनाओं के आकाश में अन्य रेलगाड़ियां इस रूट पर फिलहाल सेट नहीं कर रही। रेलवे सूत्रों के मुताबिक भागलपुर से साहिबगंज-पाकुड़ के रास्ते चल रही गाड़ियों का रूट चेंज करने का कोई फायदा नहीं होगा। यात्रियों की बोझ इस रूट की गाड़ियों पर अधिक है।
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अंडाल पैसेंजर को भागलपुर तक बढ़ाया जाएगा!
रेलवे सूत्रों की मानें तो गुरुवार को बांका से अंडाल के लिए खुली पैसेंजर ट्रेन को भागलपुर तक बढ़ाया जा सकता है। बांका मालदा रेल मंडल में है और अंडाल से चानन तक आसनसोल मंडल में। ऐसे में यह ट्रेन दो रेल मंडलों के तकनीकी पेंच को पार कर चुका है, पर टाइमिंग को लेकर पेंच फंसेगा। दूसरी ओर भागलपुर-बांका पैसेंजर को देवघर तक बढ़ाया जा सकता है।