बिजली कटौती से शहर में त्राहिमाम
भागलपुर। तापमान बढ़ने के साथ बिजली का पारा गिर गया है। प्रतिदिन पांच से आठ घंटे बिजली कटौती की जा रही है। रविवार को भी बिजली कटौती की यही स्थिति रही। भीषण गर्मी में घंटों बिजली कटौती से त्रस्त जनता आंदोलन के मूड है। कभी भी लोगों का गुस्सा फूट सकता है।
भागलपुर। तापमान बढ़ने के साथ बिजली का पारा गिर गया है। प्रतिदिन पांच से आठ घंटे बिजली कटौती की जा रही है। रविवार को भी बिजली कटौती की यही स्थिति रही। भीषण गर्मी में घंटों बिजली कटौती से त्रस्त जनता आंदोलन के मूड है। कभी भी लोगों का गुस्सा फूट सकता है।
ट्रांसफार्मर को ठंडा के करने के नाम पर मायागंज, खंजरपुर, सुरखीकल, कोयलाघाट, आदमपुर समेत मायागंज सब स्टेशनों से जुड़े इलाकों की सुबह नौ बजे बिजली काट दी गई। पंखा चला तथा पानी डालकर ट्रांसफार्मर को ठंडा करने में तकरीबन चार-पांच घंटे से अधिक समय लग गए। ट्रांसफार्मर को ठंडा करने तक इस सब स्टेशन से जुड़े इलाकों की आपूर्ति बाधित रही। इस दौरान भीषण गर्मी में लोगों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ा। उपभोक्ताओं ने बताया कि कब तक आपूर्ति होगी के बारे में पूछने पर मायागंज उपकेंद्र के कर्मियों ने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। दोपहर एक बजे आपूर्ति बहाल होने के बाद भी कटौती की समस्या बरकरार रही। एक-डेढ़ घंटे के अंतराल में पंद्रह-बीस मिनट के लिए बिजली गुल होने का सिलसिला जारी रहा। यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। बिजली आपूर्ति की यही स्थिति बीजीपी-वन व बीजीपी-टू फीडरों से जुड़े इलाकों की भी रही। हबीबपुर व नाथनगर फीडर से जुड़े इलाकों की चार-पांच घंटे बिजली कटौती की गई। खलीफाबाग, नयाबाजार व आदमपुर फीडरों को भी बंद किया गया। दिन में ही नहीं इन फीडरों से जुड़े इलाकों की रात में भी तकरीबन तीन घंटे बिजली कटौती की गई।
नवंबर से अप्रैल के बीच साढ़े चार महीने फीडरों को दुरुस्त करने के लिए रखरखाव कार्य कराया गया। एक-एक फीडर का 10 से 14 दिन रखरखाव कार्य किया गया। इसके लिए हर बार फीडर से संबंधित इलाकों की पांच से दस घंटे बिजली कटौती की गई। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। रखरखाव कार्य के पीछे बीईडीसीपीएल के अधिकारी बार-बार यह दलील देते रहे कि गड़बड़ी, ब्रेक डाउन आदि की समस्या के समाधान के लिए सभी फीडरों को दुरुस्त किया जा रहा है ताकि गर्मी में लोगों को बिजली समस्या नहीं झेलना पड़ा। लेकिन ब्रेक डाउन, विद्युत उपकरणों की बार-बार गड़बड़ी, ट्रिपिंग आदि के कारण घंटों बिजली कटौती ने बीईडीसीपीएल के अधिकारियों के दावे की हवा निकाल दी है। साढ़े चार महीने तक रखरखाव कार्य के नाम पर फीडरवार घंटों आपूर्ति बंद करने का सच अब सामने आने लगा है। सच्चाई यही है कि पैसे बचाने के लिए तरह-तरह की बहानेबाजी कर बिजली कटौती का खेल किया जा रहा है।